- दूषित पानी और खानपान फैला रहा इंफेक्शन, हॉस्पिटल के चक्कर लगा रहे हैं लोग

ALLAHABAD: फीवर के बाद वायरस ने अब पेट पर अटैक करना शुरू कर दिया है। इसके चलते हॉस्पिटल्स में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। खानपान और साफ-सफाई में लापरवाही बरतने से पेट में गैस और पाचन से जुड़ी समस्याओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस मौसम में सावधानी बरतने से निजात मिल सकती है। एक बार बीमार होने के बाद ठीक होने में एक सप्ताह से ज्यादा समय लग सकता है।

डेली बढ़ रहे हैं मरीज

बारिश के सीजन में वायरल इंफेक्शन की चपेट में आना आम बात हो गई है। दिनचर्या में जरा सा बदलाव होने पर लोग बिस्तर पकड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। यही रीजन है कि खतरनाक वायरस पेट पर अटैक करना शुरू कर दिया है। ओपीडी में मरीज गैस और पाचन में समस्या की शिकायत करते नजर आ रहे हैं। सरकारी ही नहीं, बल्कि प्राइवेट हॉस्पिटल्स में पेट से जुड़ी समस्याओं के मरीजों में दो से तीन गुने का इजाफा हुआ है।

सैनिटेशन है बड़ी प्रॉब्लम

लगातार बढ़ती पेट की बीमारियों के पीछे सैनिटेशन एक बड़ी समस्या है। एमएलएन मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के हेड डॉ। एसपी मिश्रा कहते हैं कि घरों में ही नहीं, बल्कि इलाहाबाद शहर सैनिटेशन के मामले में काफी पिछड़ा है। बारिश के पानी के साथ गंदगी बहकर घरों में जा रही है। जिससे डिसेंट्री, डायरिया, टाइफाइड जैसी वाटर बार्न डिजीजेज ने भारी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। वह कहते हैं कि पीने के पानी के साथ सावधानी बरती जाए तो काफी हद तक बीमारियों से निजात मिल सकती है।

रेडीमेड फूड से जरा बचकर

वायरल इंफेक्शन का इस सीजन में फैलने का दूसरा सबसे बड़ा कारण रेडीमेड फूड की ओर लोगों की दीवानगी है। फटाफट पेट भरने के चक्कर में वह इनकी क्वालिटी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कई दिनों पुराने रेडीमेड या फास्ट फूड भी इस मौसम में बीमारी फैलाने में कहीं से भी पीछे नहीं है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। मनीष चौरसिया कहते हैं कि बच्चों में पेट का इंफेक्शन काफी तेजी से फैल रहा है। एक बार मरीज को ठीक करने के महज एक सप्ताह के भीतर वह दोबारा बीमार हो रहे हैं। कभी-कभी मामला सीवियर भी हो जाता है। जिसे क्योर करने में टाइम लगता है।

प्यूरिफायर पर न करें भरोसा

डॉक्टर्स की मानें तो घरों में वाटर प्यूरिफायर लगाने के बाद लोग निश्चिंत हो जाते हैं, जो कि गलत है। इसकी वर्किंग पर भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। कई बार लंबे समय तक प्यूरिफायर की सर्विसिंग नहीं कराने से उसका पानी बीमारी का कारण बन जाता है। निश्चित समय पर इसके पानी की जांच कराते रहना चाहिए। सस्ते और लोकल प्यूरिफायर लगाने से बचना चाहिए।