मानसिक ताकत की  कमी
विराट ने कहा, 'हम खुद के अलावा किसी और को इस हार का जिम्मेदार नहीं मान सकते। पहले पांच विकेट लेने के बाद हम उसका फायदा उठाने से चूक गए (दूसरी पारी में)। हमको उसी सत्र में मैच खत्म कर देना चाहिए था। एक खराब सत्र और मैच में उलटफेर, यही है टेस्ट क्रिकेट। इसका श्रेय एंजेलो मैथ्यूज और उनकी टीम को जाता है। विराट ने अपनी टीम की रणनीति और चूक पर बात करते हुए आगे कहा, 'ऐसे दबाव वाले हालातों में एक स्पष्ट सोच चाहिए होती है। यही आपको औसत टीमों और खिलाड़ियों से अलग बनाता है। हम आज से सबसे बड़ी चीज यही सीख सकते हैं। फर्क नहीं पड़ता कि आप 170 के करीब के स्कोर का पीछा कर रहे हैं, बस सोचने का तरीका स्पष्ट होना चाहिए। हमको मैच जिताऊ साझेदारियां बनानी होंगी। मानसिक ताकत बहुत जरूरी है, जिसकी कमी आज नजर आई।'

पिच भी अलग किस्म की

चंडीमल की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा, 'हमारी रणनीति थी कि हम उसको एक ओवर में 3-4 बाउंड्री न लगाने दें क्योंकि वो पूरे फॉर्म में दिख रहे थे। उन पर आक्रामक रुख अपनाकर हर ओवर में 20 रन देने का कोई मतलब नहीं था। पूरा श्रेय उसको (चंडीमल) जाता है, उसने बहुत शानदार पारी खेली। मुझे हैरत नहीं हुई, वो एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। उसने श्रीलंका के लिए शानदार प्रदर्शन किया है।'गाले की पिच के बार में बात करते हुए विराट ने कहा, 'विकेट ने अजीब रवैया अपनाया। पहली सुबह ये काफी सख्त लग रही थी। एंजेलो ने बल्लेबाजी का फैसला लिया और स्पिन देखने को मिली। हमारी पहली पारी में ये अच्छी दिखी और हमको एक अच्छा स्कोर देखने को मिला। हमें लगा कि अब विकेट और मुश्किल हो जाएगा लेकिन जिस अंदाज में दिनेश चंडीमल और उनके बाकी के बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी की, वो अलग थी, इसने श्रीलंका को दौड़ में बरकरार रखा।'

 टीम खुश नजर नहीं आई
इसके अलावा विराट ने डीआरएस (निर्णय समीक्षा प्रणाली) को लेकर भी बात की। विराट ने कहा कि वो इस सीरीज के बाद डीआरएस पर टीम के साथ दोबारा चर्चा करना चाहेंगे। गौरतलब है कि बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के बाद भी विराट ने ये बात कही थी। एक तरफ धौनी जहां इस प्रणाली के पक्ष में नहीं थे वहीं विराट का इसकी तरफ झुकाव साफ देखने को मिल रहा है जबकि बीसीसीआइ भी इस प्रणाली को अपनाने से हमेशा हिचकती रही है। पहले टेस्ट के तीसरे दिन दिनेश चंडीमल जब पांच रन पर थे तब एक नॉटआउट के फैसले को लेकर भारतीय टीम खुश नजर नहीं आई थी।

बल्लेबाज हैं जिम्मेदारः

इसके अलावा विराट ने पांच गेंदबाजों को खिलाने के अपने फैसले का बचाव किया। विराट के मुताबिक हार के लिए गेंदबाज नहीं, बल्लेबाज जिम्मेदार हैं। विराट ने कहा, 'अगर मैंने कहा था कि मैं पांच गेंदबाजों के साथ खेलना चाहता हूं तो ऐसे प्रदर्शन के बाद मैं पीछे नहीं हट सकता, या ये कह सकता हूं कि हमारे पास एक अतिरिक्त खिलाड़ी और होता तो अच्छा होता। हम 12 खिलाड़ियों के साथ नहीं खेल सकते। अगर मैंने 20 विकेट लेने के लक्ष्य के साथ 5 गेंदबाजों को खिलाने का फैसला लिया है तो ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अच्छी बल्लेबाजी करें जो आज हम नहीं कर सके। इसलिए मैं कोई बहाना नहीं बना रहा हूं या ये भी नहीं कह रहा हूं कि काश हमारे पास एक अतिरिक्त बल्लेबाज होता। हमको छह बल्लेबाजों के साथ बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।

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