- तीन दिन तक लगातार प्रवाहित की गई मां दुर्गा की प्रतिमाएं

- पुलिस- प्रशासन के आंकड़े में कुल 2824 पंडाल रजिस्टर्ड

GORAKHPUR: शहर में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा के बाद दशहरे की धूम रही। दशहरा खत्म होते ही प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया। शहर में स्थापित करीब तीन हजार प्रतिमाओं का विसर्जन विभिन्न जगहों पर बने स्थलों पर हुआ। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में रविवार की देर रात तक मां दुर्गा की प्रतिमाएं प्रवाहित होती रहीं। एसएसपी ने बताया कि विसर्जन जुलूस में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। रविवार की रात तक जिले में करीब पांच करोड़ की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ।

नौ दिन धूम के बाद पसरा सन्नाटा

शहर से लेकर देहात तक नवरात्रि पर दुर्गा पांडाल सजाए गए थे। शहर में जहां करीब एक हजार दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गई। वहीं देहात क्षेत्रों में दो हजार प्रतिमाओं के लिए पूजा पंडाल सजे थे। पूजा समाप्त होने पर श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे के साथ मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। विसर्जन के लिए शहर में कई जगहों पर पोखरे बनाए गए थे। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सैकड़ों की तादाद में पुलिस कर्मचारी तैनात रहे। नदियों और तालों के किनारे गोताखोरों को लगाया था। ताकि किसी आपदा में उनकी मदद ली जा सके। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद अचानक शहर में सन्नाटा पसर गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ जगहों पर मारपीट की छिटपुट घटनाओं के अलावा पूरा कार्यक्रम सकुशल संपन्न कराया गया।

पांच करोड़ से अधिक का खर्च

जिले में करीब तीन हजार दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। इनकी स्थापना में औसतन सवा से दो लाख रुपए के खर्च का अनुमान है। शहर में रेलवे स्टेशन रोड, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट सहित अन्य जगहों पर दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना, पंडाल की सजावट और अन्य खर्चो को जोड़कर तीन से चार लाख रुपए खर्च होने की बात सामने आई है। दुर्गा पूजा समितियों से जुड़े लोगों का कहना है कि इस साल दुर्गा पूजा का बजट पांच करोड़ पार कर गया है। पुलिस प्रशासन में जहां तीन हजार प्रतिमाओं की स्थापना की बात सामने आई है। वहीं लगभग डेढ़ हजार प्रतिमाओं की स्थापना की कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी।

फैक्ट फीगर

जिले में स्थापित कुल प्रतिमाएं - 2753

शहर में स्थापित कुल प्रतिमाएं - 861

देहात क्षेत्र में संजे पंडाल - 1963

जिले में भव्य पंडालों की तादाद- 26

दुर्गा प्रतिमा की स्थापना में औसतन खर्च- डेढ़ लाख से दो लाख

बड़े पंडाल के निर्माण में खर्च- ढाई लाख से तीन लाख रुपए