छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: उलीडीह थाना अंतर्गत सुभाष कॉलोनी रोड नंबर एक निवासी ललन सिंह के बेटे चंद्र प्रताप सिंह उर्फ विशाल सिंह के मर्डर में शामिल शूटर बबलू थापा उर्फ तेजबहादुर श्रेष्ठा को पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस की पूछताछ में बबलू थापा ने कई राज उगले। पुलिस ने अब तक पांच लोगों को हिरासत में रखकर पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा है कि मामले का खुलासा दो से तीन दिनों के अंदर कर दिया जाएगा। गुरुवार की रात बदमाशों ने विशाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

प्रतिद्वंदियों के निशाने पर था

हिरासत में लिए गए अपराधियों ने बताया कि विशाल सिंह को छह अपराधी घेर कर रखे था तथा दो अपराधी उत्तम महतो तथा बिट्टू शर्मा ने उसे पिस्तौल सटाकर गोली मारी। मारने से पहले उत्तम महतो ने विशाल सिंह को बोला कि मेरे चाचा को तुम क्या बोला था। उत्तम महतो के चाचा के साथ विशाल सिंह का कुछ दिनों पूर्व पैसे की लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। इसके अलावा विवादित जमीन पर गिट्टी व स्लैग गिराने को लेकर भी वह अपने प्रतिद्वंदियों के निशाने पर आ गया था।

इसलिए किया मर्डर

उत्तम महतो पुत्र शिवशंकर महतो, बिट्टू शर्मा पुत्र इंद्रकुमार शर्मा टैंक रोड उलीडीह, राहुल कुमार शर्मा उर्फ शोले पुत्र सुरेंद्र गुप्ता परमानंद नगर उलीडीह, बबलू थापा उर्फ तेज बहादुर श्रेष्ठा पुत्र वीर बहादुर थापा पुराना उलीडीह तथा चार अन्य अपराधियों गणेश सिंह पुत्र बीरेंद्र सिंह उलीडीह के कहने पर साजिश के तहत पुरानी अदावत के वजह से हत्या की गई।

यहां रची थी हत्या की साजिश

विशाल की हत्या की पृष्ठभूमि सिद्धू-कान्हू बस्ती से सटे पहाड़ी पर स्थित मंदिर पर रची गयी थी। मृतक विशाल के पिता ललन सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हत्या करने वाले व साजिश रचने वाले अपराधियों का मंदिर के पास ही जमावड़ा लगा रहता था। इसकी जानकारी मिली थी, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया। ललन सिंह के अनुसार घटना के बाद लोगों ने बताया कि हत्या में शामिल सभी अपराधी पहले सिद्धू-कान्हू बस्ती से सटे पहाड़ी पर स्थित मंदिर पर इकट्ठा हुए। वहां नशा किए। इसके पश्चात अपने सूत्रों से पुख्ता जानकारी ले ली कि विशाल अपने साथियों के साथ खडि़याबस्ती स्थित झाड़ी के पास शराब पी रहा है, इसके बाद वे आए और आराम से अपना काम करके फरार हो गए।

मोबाइल से खुलेगा हत्या का राज

हत्यारों ने विशाल की हत्या के बाद उसके दोनों मोबाइल भी लेते गए। इसके बाद दोनों मोबाइल को बंद भी कर दिया गया। बताया जाता है कि हत्या के पूर्व विशाल ने किसी से 10 मिनट तक फोन पर बात की। अब पुलिस मोबाइल का डिटेल निकालेगी। इसके बाद मामला कुछ हद तक साफ हो सकेगा।

प्रत्यक्षदर्शी को बनाया गवाह

उलीडीह पुलिस ने घटना के समय मौके पर मौजूद विकास कुमार गिरी पुत्र अशोक गिरी, शंकोसाई रोड नंबर एक तथा रोशन मिश्रा पुत्र निलांबर मिश्रा शंकोसाई रोड नंबर चार को सरकारी गवाह बनाया है। पुलिस गवाहों का संभवत: सोमवार को अदालत में 164 का बयान कराएगी।