- स्कूली बच्चों को पढ़ाई जाए गीता और उपनिषद के श्लोक

- घर वापसी जायज, लौटने वालों का हम करेंगे स्वागत

PATNA: विश्व हिंदू परिषद स्वर्ण जयंती महोत्सव वर्ष मना रही है। इसी महोत्सव के क्रम में राजेंद्र नगर में परिषद की बिहार शाखा ने प्रोग्राम का आयोजन किया। मौके पर विश्व हिंदू परिषद के सदस्य, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य सहित कई धर्माचार्य भी मौजूद थे।

विस्थापित कश्मीरी पंडितों को बसाए केंद्र

सभा को संबोधित करते हुए डा। प्रवीण तोगडि़या ने घर वापसी, अयोध्या के राम मंदिर और विस्थापित कश्मीरी पंडितों जैसे विवादित मुद्दों को एक बार फिर उछाला। तोगडि़या ने कहा कि यह समय स्वर्ण जयंती वर्ष उत्सव मनाने का नहीं है। हम तभी उत्सव मनायेंगे, जब अयोध्या मे भगवान राम की मंदिर की स्थापना हो जाएगी। तोगडि़या ने कहा कि आज से सालों पहले कश्मीर में ऐलान हुआ था कि सारे हिंदुओं घर छोड़कर चले जाओ। उन्हें कश्मीर से जबरन भगाया गया। उन्होंने कहा कि आज भी चार लाख कश्मीरी पंडित शरणार्थी शिविर में रह रहे हैं। जब तक इन भाइयों की वापस पुनर्वासित नहीं कर दिया जाता, हम उत्सव नहीं मनाएंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि इन विस्थापितों को पुनर्वासित किया जाए।

उत्तर बिहार के हिंदुओं की रक्षा करें नीतीश

डॉ। तोगडि़या ने सभा को संबोधित करते हुए घर वापसी के मुद्दे को जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि आज से दो हजार साल पहले कहां कोई मुसलमान, यहूदी था इस धरती पर। उस समय न कोई शाहरुख खान था और न कोई सलमान खान। धर्मातरण तो उनलोगों ने करवाया। हमारे लोगों को जबरन और पैसे का लालच देकर मुसलमान और यहूदी बनाया गया। आज अगर ये वापस अपने धर्म में आना चाहते हैं, उसे अपनाना चाहते हैं तो लोगों को तकलीफ क्यों हो रही है। तोगडि़या ने कहा कि हम चैलेंज करते हैं सोनिया और मुलायम सिंह यादव को कि लोकसभा के इस सत्र में धर्मातरण का मुद्दा लाए। उन्होंने सीएम नीतीश को चौथी बार सीएम बनने पर बधाई दी और कहा कि नीतीश उत्तर बिहार के हिंदुओं की रक्षा करें।

धार्मिक स्थलों का सरकारीकरण न करे

सभा को भारत साधू समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी हरिनारायण जी ने कहा कि साधू समाज ने बिहार सरकार से कहा कि वे धार्मिक स्थलों का सरकारीकरण न करे। ये धर्माचार्य-मठाधीश किसी ब्यूरोक्रेट्स के अंदर नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि साधू समाज ने ऐलान किया है कि अगर कोई किसी कारणवश दूसरे धर्म में चले गये थे और अब वे वापस आना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में गीता और उपनिषद का पाठ अनिवार्य रूप से शामिल हो। मौके पर सुदर्शनाचार्य महराज, डॉ। मोहन सिंह, डा। आरएन सिंह, डॉ। एसएन आर्य, एमएलए अरुण सिन्हा सहित कई गणमान्य मौजूद थे।