-श्यामबाबू पासी के सुपारी देने का मामला सामने आने के बाद बढ़ी सिक्योरिटी

GORAKHPUR: गोरखपुर जेल में अब अपनों से मिलना भी आसान नहीं होगा। इलेक्शन के कारण बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते गोरखपुर जेल में भी सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है। जेल में बंद बंदी और कैदियों से मिलने के लिए लोगों को पहले आईडी कार्ड दिखाना होगा। साथ ही उनकी मिलाई भी खाकी वर्दी की निगाह में रहेगी। वैसे ये टाइट सिक्योरिटी इलेक्शन नहीं बल्कि श्यामबाबू पासी का साइड इफेक्ट है।

सादी वर्दी की रहेगी निगाह

गोरखपुर जेल में करीब क्फ्00 से अधिक लोग विभिन्न जुर्म में बंद है। कुछ सजा काट रहे है तो कुछ के मामले ट्रायल पर है। जेल में बंद इन लोगों से मिलने उनके परिवार के लोग आते है। जेल में चेकिंग आम रूटीन है। मगर अब सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। अब जेल में मिलने आने वाले सभी लोगों को आईडी कार्ड दिखाना पड़ता है। साथ ही मिलाई के समय सादी वर्दी में कुछ सिपाही ग्राउंड में घूमते रहते है और लोगों की बातचीत पर निगाह रखते है। यह फैसला जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ दिन पहले हुई घटना के बाद लिया। जब श्यामबाबू पासी के कहने पर एक व्यापारी को मारने की सुपारी दी गई थी। यह पूरा खेल श्यामबाबू पासी ने गोरखपुर जेल में रहते हुए रचा था।

वर्जन-

जेल में सुरक्षा व्यवस्था टाइट की गई है। जेल में रह कर अपराधी अन्य घटनाओं को अंजाम न दे सके, इसके लिए उनसे मिलने आने वाले सभी लोगों पर निगाह रखी जा रही है।

एसके शर्मा, सीनियर सुपरिटेंडेंट जेल