- बाहरी लोगों पर प्रतिबंध के लिए जारी की गई थी योजना
- वार्डो में एक मरीज के साथ दिख रहे चार से पांच तीमारदार
GORAKHPUR: जिला अस्पताल प्रशासन के वार्डो में तीमारदारों की अतिरिक्त भीड़ रोकने के लिए बनी विजिटर कार्ड योजना अधर में ही लटकी रह गई है। पिछले दिनों अस्पताल प्रशासन ने कहा था कि मरीज के साथ सिर्फ एक तीमारदार ही वार्ड में रह सकेगा। जिसके लिए बाकायदा विजिटर कार्ड जारी किया जाएगा। लेकिन योजना परवान नहीं चढ़ सकी। हाल ये कि अब भी यहां के वार्ड अतिरिक्त तीमारदारों से भरे रहते हैं। दलालों के भी इस भीड़ का फायदा उठा सक्रिय होने का खतरा बना रहता है। उधर वार्डो में काफी भीड़ होने के चलते गंभीर मरीजों की परेशानी बढ़ गई है साथ ही संक्रमण का खतरा भी बना रहता है।
वार्ड को ही बना लेते घर
जिला अस्पताल के वार्डो में हर रोज मरीजों को देखने वालों का तांता लगा रहता है। इसके चलते मरीजों को काफी परेशानी होती है। साथ ही संक्रमण की आशंका भी रहती है। साथ ही भीड़ का फायदा उठाकर दलाल भी परिसर के आसपास घूमते नजर आते हैं। बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने 20 दिन पहले मरीजों के अटेंडेंट को विजिटर कार्ड जारी करने की योजना बनाई। लेकिन अब भी इस योजना पर अमल नहीं हो सका है। इमरजेंसी, मेल-फीमेल सहित आर्थो वार्ड में पहले की ही तरह भीड़ लगी रह रही है। इमरजेंसी वार्ड में एक बेड पर जहां चार से पांच लोग बैठे नजर आ जाएंगे। वहीं,कुछ तो बेड पर ही खाना खाने में लगे रहते हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से विजिटर कार्ड का प्लान पूरी तरह से फेल होता नजर आ रहा है।
मरीज से मिलने की कोई टाइमिंग नहीं
अस्पताल प्रशासन ने मरीज से मिलने की टाइमिंग सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और शाम को 4 बजे से 6 बजे तक निर्धारित की है। लेकिन इसके बाद भी मरीज के साथ चार से पांच तीमारदार हमेशा दिखते हैं।
कोट
दो दिनों से मेरी तबियत खराब है। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हूं। अस्पताल की ओर से किसी प्रकार का विजिटर कार्ड जारी नहीं किया गया है। जिसके चलते वार्ड में लोगों की भीड़ लगी रहता है।
सुनीता, खोराबार
गंभीर हालत में परिवार के लोगों ने मुझे भर्ती करवाया। इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा है। तीमारदारों की भीड़ होने की वजह से काफी परेशानी होती है।
- रामनिवास, कोतवाली
वर्जन
अगर वार्ड में विजिटर कार्ड जारी नहीं किया जा रहा है तो गलत है। इसके लिए औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान अगर वार्ड में कार्ड नहीं मिला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ। राजकुमार गुप्ता, एसआईसी जिला अस्पताल