- सिर्फ डेवलपमेंट और श्रद्धालुओं के ठहरने को लेकर ही होती रही है बातें

- शेष 16 महीने में ठोस प्लान बनाने की जरूरत

PATNA CITY : गुरु गोविंद सिंह की फ्भ्0वीं प्रकाश उत्सव भ् जनवरी ख्0क्7 को मनाया जाएगा। अधिकारिक घोषणा के बाद प्रकाश उत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई है। लेकिन आने वाले श्रद्धालुओं की सिक्योरिटी को लेकर किसी का ध्यान नहीं है।

नहीं बना है ठोस प्लान

प्रबंधन कमेटी पहले ही साफ कर दिया है कि आयोजन व‌र्ल्ड लेवल पर होगा। जिसमें देश समेत बड़ी संख्या में एनआरआई भी आएंगे। ऐसे में सभी की सिक्योरिटी जरूरी है। सूत्रों की मानें तो सिक्योरिटी पर अभी ठोस प्लान नहीं बना है।

बातचीत में नहीं उठा मुद्दा

हाल में ही सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में हाई लेवल मीटिंग हुई। जिसमें चीफ सेक्रेटरी समेत एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस डिपार्टमेंट के साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अधिकारी शामिल थे। मीटिंग में प्रकाश उत्सव की तैयारियों, डेवलपमेंट, आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के इंतजाम और ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर कई प्वांइट्स पर चर्चा हुई। लेकिन सिक्योरिटी को लेकर खास बातचीत नहीं हुई।

इन जगहों पर पुख्ता इंतजाम जरूरी

तख्त हरिमंदिर गुरुद्वारा, हरिमंदिर गली, बाल लीला गुरुद्वारा, बांड़े की गली, कंगन घाट, गुरु का बाग और गाय घाट एरिया में पुख्ता सिक्योरिटी जरूरी है। साथ ही प्रकाश उत्सव के दौरान निकलने वाले नगर कीर्तन और जहां श्रद्धालु ठहरेंगे वहां सिक्योरिटी जरूरी है।

वर्तमान में सिक्योरिटी व्यवस्था नहीं

बात वर्तमान की करें तो गुरुद्वारा में सिक्योरिटी की पुख्ता व्यवस्था नहीं है। न मेन गेट पर मेटल डिटेक्टर है और न ही कैंपस में आने वाले गाडि़यों की चेकिंग होती है। कोई भी व्यक्तिगुरुद्वारा में आराम से आ-जा सकता है। दूसरी ओर कैंपस में कंस्ट्रक्शन और डेवलपमेंट वर्क चल रहा है। बाड़े की गली के साइड कैंपस पूरी तरह से खुला है। जिसका फायदा आराम से कोई भी उठा सकता है। कैंपस इतना बड़ा है कि सैप के म् जवान, कुछ सीसीटीवी कैमरे और सेवादार के भरोसे सिक्योरिटी नहीं की जा सकती है।

ठोस प्लानिंग आवश्यक

प्रकाश उत्सव में क्म् महीने शेष है। सिक्योरिटी प्लान जरूरी है। ख्7 जुलाई को पंजाब के गुरूदासपुर में पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने हमला किया था। इससे पहले ख्0क्फ् में पटना के गांधी मैदान और बोध गया के महाबोधी मंदिर में आतंकी हमला हो चुका है। तख्त हरिमंदिर की सिक्योरिटी को लेकर कई बार आईबी की इनपुट आ चुकी है। सिक्योरिटी पर अभी से ठोस प्लानिंग नहीं हुई तो आतंकवादी और अपराधी अपने मंसूबे में कामयाब हो सकते हैं।

अभी तक जो मीटिंग हुई है, उसमें डेवलपमेंट, लोगों के ठहरने और ट्रैफिक व्यवस्था पर ही बात हुई। सिक्योरिटी पर अभी न तो बात हुई है और न ही कोई प्लानिंग। समय आने पर पुलिस अपने हिसाब से सिक्योरिटी की व्यवस्था करेगी।

- विकास वैभव, एसएसपी