- VIT यूनिवर्सिटी प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज-2016 का हुआ शानदार आगाज

- एक्सप‌र्ट्स ने इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए दिये टिप्स, स्टूडेंट्स के कॅरियर की राह की आसान

VARANASI

आज का स्टूडेंट्स अपने कॅरियर को लेकर कितने संजीदा हैं इसकी शानदार झलक गुरुवार को काशी विद्यापीठ स्थित गांधी अध्ययन पीठ ऑडिटोरियम में देखने को मिली। मौका था वेल्लोर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (वीआईटी) प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज-ख्0क्म् के आगाज का। इंजीनियरिंग फील्ड में कॅरियर बनाने की चाहत लिए अलग अलग स्कूलों के स्टूडेंट्स का यहां जुटान हुआ। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर्स पर स्टूडेंट्स की जो भीड़ उमड़ी की पूछिये मत। यहां दो सेशंस में एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स को कॅरियर की राह आसान बनाने के लिए एक से बढ़ कर एक बातें बतायीं। इंटरनेशनल बिजनेस कंसल्टेंट एंड ट्रेनर राजीव खुराना ने अपने खास अंदाज में स्टूडेंट्स को बहुत सी बातें बतायीं। जो सुनने में बहुत मजेदार थीं और अगर इन्हें जिंदगी में उतार लिया जाय तो यह पूरी जिंदगी को मजेदार बनाने का माद्दा रखती हैं।

दीप प्रज्ज्वलन से हुआ इनॉगरेशन

इंजीनियरिंग गेटवेज का इनॉगरेशन दीप प्रज्जवलन से हुआ। बतौर चीफ गेस्ट सनबीम स्कूल गु्रप के चेयरमैन दीपक मधोक, जागरण प्रकाशन समूह के दक्षिण भारत के वाइस प्रेसिडेंट रंजीत पद्मकुमार , इंटरनेशनल मैनेजमेंट कंसल्टेंट राजीव खुराना, दैनिक जागरण के युनिट हेड अंकुर चड्ढा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। दीपक मधोक ने स्टूडेंट्स को चार साल बनाम ब्0 साल का मंत्र दिया। कहा कि क्लास नाइंथ से लेकर क्ख् तक आपके द्वारा की गयी मेहनत आपके आने वाले चालीस साल की दिशा तय करेगी। दैनिक जागरण के डायरेक्टर वीरेन्द्र कुमार ने अपने आशीर्वचन में कहा कि हमारे समाज में बहुत सी समस्याएं हैं। एक इंजीनियर के तौर पर हमें कुछ ऐसा करना चाहिए कि हम इन समस्याओं को दूर कर सकें। जिससे कि समाज को लाभ पहुंचे। उन्होंने भावी इंजीनियर्स से आह्वान किया कि वे सोलर एनर्जी को सस्ता तथा सर्व सुलभ बनाने की दिशा में काम करें। गेस्ट्स का स्वागत आई नेक्स्ट एरिया कोऑर्डिनेटर विश्वनाथ गोकर्ण ने किया। इस अवसर पर आई नेक्स्ट के सीओओ आलोक सांवल, आई नेक्स्ट के मार्केटिंग एरिया मैनेजर एलके झा सहित विभिन्न स्कूलों के टीचर्स, प्रिंसिपल व पैरेंट्स मौजूद थे।

हर सवाल का मिला जवाब

बात शुरू हुई तो काफी सवाल सामने आए। एक्सप‌र्ट्स ने हर सवाल का समाधान स्टूडेंट्स को दिया। वीआईटी से आये एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। माधवेश पाठक व असिस्टेंट प्रोफेसर बृजेन्द्र सिंह ने वेल्लोर यूनिवर्सिटी के बारे में स्टूडेंट्स की हर जिज्ञासा का समाधान किया। इसके अलावा कैटजी के मैथ एक्सपर्ट एसके अग्रवाल, फिजिक्स एक्सपर्ट मनोज श्रीवास्तव, काशी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के केमेस्ट्री एक्सपर्ट डॉ। जितेन्द्र कुमार चौरसिया व कैटजी के केमेस्ट्री एक्सपर्ट रविकांत कुमार ने स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने टाइम मैनेजमेंट, स्मार्ट वर्क जैसे विभिन्न मुद्दों पर स्टूडेंट्स के साथ चर्चा की। एक्सप‌र्ट्स ने पेरेंट्स से कहा कि आप अपनी इच्छा बच्चों पर मत थोपिये और उन्हें अपनी चाहत के अनुसार कॅरियर चुनने का मौका दीजिए।

अफसोस नहीं, आज करिए जॉइन

यदि गुरुवार को आप इंजीनियरिंग गेटवे में पार्टिसिपेट नहीं कर सके तो अफसोस करने की कोई बात नहीं। आप शुक्रवार को इस सेमिनार में शामिल हो सकते हैं। शुक्रवार को भी दो सेशन में यह प्रोग्राम गांधी अध्ययनपीठ में आयोजित होगा। आपको सिर्फ यहां सुबह 8.फ्0 बजे या फिर दोपहर क्क्.फ्0 बजे पहुंचना होगा। ऑन द स्पॉट फ्री रजिस्ट्रेशन के साथ आप बिना एक रुपये खर्च किए एक्सप‌र्ट्स को जॉइन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन कराने पर वीआईटी किट और रिफ्रेशमेंट फ्री में मिलेगा।

सबसे बड़ी प्राइवेट यूनिवर्सिटी है वीआईटी

स्टूडेंट्स को वीआईटी यूनिवर्सिटी के वेल्लोर और चेन्नई कैंपस के बारे में एक फिल्म के जरिये विस्तार से बताया गया। वीआईटी में देश ही नहीं विदेशों के भी हजारों स्टूडेंट्स पढ़ कर इंजीनियर बनने का अपना ख्वाब पूरा कर रहे हैं। करीब फ्भ्0 एकड़ में फैले कैंपस में जहां एक ओर इंजीनियरिंग के तमाम ब्रांचेज में पढ़ाई करायी जाती हैं वहीं यहां हॉस्टल, स्पो‌र्ट्स, लाइब्रेरी, लैब की इंटरनेशनल स्टैड‌र्ण्ड सुविधाएं मौजूद हैं।