-केयू द्वारा किसी वोकेशनल कोर्स में 30 से कम स्टूडेंट्स के एडमिशन की स्थित में उसे बंद करने की हुआ है डिसीजन

-यूनिवर्सिटी ने अपने लेवल से वोकेशन कोर्स को प्रमोट करने की तैयारी शुरू की

-फ्लैक्स और हॉर्डिग्स लगाए जा रहे हैं, स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जाएगी

-प्रिंसिपल्स बोले, यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को इस फैसले पर फिर सोचना चाहिए लास्ट इयर भी कुछ कोर्सेस में ही 30 एडमिशन हो पाए थे

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल थर्सडे को जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में एक मीटिंग हुई, जिसमें प्रिंसिपल ने वोकेशन कोर्स के फैकल्टी मेंबर्स से बात की और यह जानने की कोशिश हुई कि वोकेशनल कोर्सेस को बंद होने से कैसे बचाया जाए। केयू एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा 30 से कम स्टूडेंट्स होने पर वोकेशन कोर्स बंद किए जाने के डिसीजन लिए जाने के बाद कई वोकेशनल कोर्स के बंद होने की स्थिति बन गई है। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन इस बात से परेशान है और अपने लेवल से इन कोर्सेस को बचाने की कोशिश स्टार्ट कर दी गई है। इसको लेकर वर्कर्स कॉलेज द्वारा सिटी में कुछ फ्लेक्स लगाए गए हैं और कुछ और लगाए जाने हैं। कुछ ऐसा ही दूसरे कॉलेज भी करने वाले हैं।

हो सकता है खतरा

केयू के वोकेशन कोर्स पर लिए गए डिसीजन के बाद हमने सिटी के कॉलेजेज में वोकेशनल कोर्स में हुए एडमिशन का स्टैटस जानने की कोशिश की। हमें पता चला कि किसी कॉलेज में बीएससी आईटी तो किसी कॉलेज में बीबीए या फिर एसपीएम पर खतरा हो सकता है। लास्ट इयर हुए एडमिशन का डिटेल हमने कॉलेज से निकाला।

दोनों कोर्स बंद हो जाएंगे!

स्टूडेंट्स की संख्या कम से कम 30 किए जाने से गोलमुरी स्थित एबीएम कॉलेज के दोनों ही वोकेशनल कोर्स के बंद हो जाने का खतरा है। इस कॉलेज में ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट और एडवर्टाजिंग सेल्स प्रमोशन एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स की पढ़ाई होती है। लास्ट इयर इन दोनों ही कोर्स में एक भी एडमिशन नहीं हो पाए थे। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसबी तिवारी ने कहा कि ये दोनों ही कोर्स अच्छे हैं पर स्टूडेंट्स इन कोर्स के प्रति अवेयर नहीं हैं और उन तक इस कोर्स की जानकारी भी ठीक से नहीं पहुंच पाने की वजह से ऐसा हुआ।

किस कॉलेज में कितने एडमिशन

सिटी के किस कॉलेज में किन वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है और लास्ट इयर उन कोर्सेस में कितने स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिए, आइए जानते हैं

को-ऑपरेटिव कॉलेज

बीबीए

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ - 15

बीसीए

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ - 27

बीएससी आईटी

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ - 30

ग्रेजुएट कॉलेज

बीएससी आईटी

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुए - 15

बीबीए

सीट्स 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ - 50

बीसीए

सीट्स - 70

लास्ट इयर एडमिशन हुए - 50

वर्कर्स कॉलेज

बीबीए

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ- 18

बीसीए

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ - 28

बीएससी आईटी

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुआ -16

एबीएम कॉलेज

ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुए - एक भी नहीं

एडवर्टाजिंग सेल्स प्रमोशन एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट

सीट्स - 60

लास्ट इयर एडमिशन हुए - एक भी नहीं

जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज

एवायरमेंट एंड वाटर मैनेजमेंट

लास्ट इयर एडमिशन हुए - 20 से कम

सेल्फ फाइनांसिंग कोर्स होने की वजह से फीस से ही टीचर्स को सैलरी दी जाती है पर मुझे लगता है कि अगर किसी वोकेशन कोर्स में 17-18 स्टूडेंट्स भी एडमिशन लें, तो नो प्रॉफिट नो लॉस वाली स्थिति होगी। इस मामले पर कॉलेज से एक बार बात करनी चाहिए थी।

- डॉ डीपी शुक्ला, प्रिंसिपल वर्कर्स कॉलेज

कोर्स चलाने में होने वाले खर्च अगर फीस से आ रही तो कोर्स को बंद नहीं करना चाहिए। कोर्स बंद कर देने से स्टूडेंट्स को नुकसान होगा। काफी संख्या में स्टूडेंट्स आ रहे हैं और वे कोर्स को बंद किए जाने की खबर पर क्वेरी कर रहे हैं।

- डॉ आरके दास, प्रिंसिपल को-ऑपरेटिव कॉलेज

वोकेशनल कोर्स बंद हो जाएंगे तो फाइनली स्टूडेंट्स को ही नुकसान होगा। हम कोशिश करेंगे कि इन कोर्सेस को ज्यादा से ज्यादा प्रमोट करें और स्टूडेंट्स की काउंसलिंग करें ताकि पर्याप्त संख्या में स्टूडेंट्स इन कोर्सेस में एडमिशन लें।

- डॉ उषा शुक्ला, प्रिंसिपल ग्रेजुएट कॉलेज

कम से कम 30 स्टूडेंट्स तो एक कोर्स में चाहिए ही

यूनिवर्सिटी 20 परसेंट पैसे लेना बंद भी कर दें, तब भी कम से कम 30 स्टूडेंट्स तो एक कोर्स में चाहिए ही.आई नेक्स्ट ने इस मामले पर वीसी डॉ आरपीपी सिंह से बात की। उन्होंने क्या कहा, आइए जानते हैं

सवाल - वोकेशन कोर्स के लिए स्टूडेंट्स की संख्या कम से कम 30 तय करना कहां तक उचित है?

जवाब - यह तो हमारी मजबूरी है। वोकेशनल कोर्सेस सेल्फ फाइनांसिंग कोर्स होते हैं। हमारा इसका बजट तैयार करवाया तो पता चला कि 30 से कम स्टूडेंट्स होंगे तो कोर्स चलाने का खर्च नहीं आ पाएगा। इस कोर्स के लिए दूसरा तो कोई फंड होता नहीं है।

सवाल - अभी तक 30 से कम स्टूडेंट्स होने पर भी ये कोर्स कैसे चलाए जा रहे थे?

जवाब - अभी तक होता यह था कि किसी कोर्स में कम तो किसी में ज्यादा स्टूडेंट्स रहने पर काम चला जाता था। पर यह कोई सॉल्यूशन नहीं है। पैसे नहीं आएंगे तो उस कोर्स में टीचर्स पढ़ाने कैसे आएंगे।

सवाल - कुछ प्रिंसिपल्स का कहना है कि 17-18 स्टूडेंट्स के एडमिशन लेने पर भी कोर्स चलाया जा सकता है?

जवाब - नहीं ऐसा पॉसिबल नहीं है। यूनिवर्सिटी सेल्फ फाइनांसिंग कोर्स से 20 परसेंट पैसे लेती है अगर हम यह लेना बंद भी कर दें तो भी कम से कम 30 स्टूडेंट्स तो चाहिए ही कोर्स चलाने के लिए। वैसे भी एचआरडी का रेगुलेशन आया है कि वोकेशनल कोर्स में कम से कम 30 स्टूडेंट्स होने चाहिए।

सवाल - लास्ट इयर एडमिशन की जो स्थिति थी उससे तो यही लगता है कि कई वोकेशनल कोर्स कुछ कॉलेजेज में बंद हो जाएंगे?

जवाब - हां, ऐसा हो सकता है। पर ये कोर्स परमानेंट बंद नहीं होंगे। अगर इस सेशन में स्टूडेंट्स नहीं मिले और नेक्स्ट सेशन में स्टूडेंट्स मिल जाएं तो उसे स्टार्ट किया जा सकता है।