बरेली:  संडे को एक ऐसा ही मामला सामने देखने को मिला। जब फर्जी साइट पर टिकट की बुकिंग करा कर एक व्यापारी परिवार के साथ बस स्टेशन पहुंचा तो कंडक्टर ने बस में बैठने से साफ मना कर दिया। जब दूसरा यात्री पहुंचा तो मामला खुला महानगर कॉलोनी के रहने वाले ओमप्रकाश शर्मा ने दिल्ली जाने के लिए वॉल्वो बस की ऑनलाइन टिकट की बुकिंग करा रखी थी। ओमप्रकाश ने चार टिकट ले रखे थे। पत्‌नी सुनीता शर्मा, बेटी शिवांगी और बेटा शिवम। कंफर्म टिकट के हिसाब से ओमप्रकाश अपने परिवार के साथ सेटेलाइट बस स्टेशन पहुंचे और बस में बैठ गए। इतने में कटरा चांद खां के जरी कारोबारी राजेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ पहुंच गए और टिकट दिखाते हुए सीट से हट जाने को कहा।

 

फर्जी वेबसाइट का जाल

एक ही सीट के लिए दोनों व्यापारी आपस में भिड़ गए। काफी देर तक कहासुनी चलती रही। मामला बढ़ता देख जब कंडक्टर ने छानबीन की तो पता चला कि ओमप्रकाश ने जो टिकट ले रखी है वह सही नहीं हैं। उसकी बुकिंग यूपीएसआरटीसी की ही तरह दिखने वाली फर्जी वेबसाइट से हुई है, जिसके बाद कंडक्टर ने ओमप्रकाश को बस में बैठने से साफ मना कर दिया। पहले भी आया है मामला ऑनलाइन टिकट बुकिंग में फ्रॉड जैसा मामला परिवहन विभाग में भी आ चुका है। साइबर ठगों ने ऑनलाइन टैक्स पेमेंट की डमी वेबसाइट बनाकर करोड़ों रुपया उड़ा दिया था। जिससे परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया था। ठगी का मामला सामने आया है। जिसकी जांच की जा रही है। दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजीव चौहान, आरएम, परिवहन निगम