-इलेक्शन ड्यूटी में लगने वाले कर्मचारियों से मांगी जा रही पहचान पत्र संख्या
-ट्रेनिंग के दौरान मिलेगा वोट डालने का मौका
<-इलेक्शन ड्यूटी में लगने वाले कर्मचारियों से मांगी जा रही पहचान पत्र संख्या
-ट्रेनिंग के दौरान मिलेगा वोट डालने का मौका
ALLAHABAD: इलेक्शन के दौरान सभी को वोट डालने का हक होता है। फिर चाहे वह पब्लिक हो या इलेक्शन ड्यूटी निभा रहे सरकारी कर्मचारी। इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया चाहता है कि प्रत्येक कर्मचारी को वोट देने का मौका मिले। यही रीजन है कि कर्मचारियों से उनकी पहचान पत्र संख्या मांगी जा रही है। जिसके आधार पर इलेक्शन ट्रेनिंग के दौरान उनकी वोटिंग कराई जाएगी।
भरवाया जाएगा फॉर्म
जिन सरकारी कर्मचारियों की इलेक्शन ड्यूटी लगेगी उनसे पहले फॉर्म क्ख् भरवाया जाएगा। इसमें उन्हें अपनी पूरी डिटेल भरनी होगी। रिटर्निग ऑफिसर खुद फॉर्म में दी गई इंफॉर्मेशन की जांच कर उन्हें वोटिंग की परमिशन देगा। जानकारी के मुताबिक इलेक्शन ड्यूटी के लिए कर्मचारियों का डाटा एनआईसी में फीड किया जा रहा है और ड्यूटी लेटर भेजने के दौरान यह फॉर्म उसी में नत्थी कर दिया जाएगा। कर्मचारियों को इसे भरकर जमा करना होगा।
पोस्टल बैलेट पेपर के जरिए होगी वोटिंग
हजारों कर्मचारियों की ड्यूटी इलेक्शन के दौरान लगेगी। वोटिंग के दौरान इन्हें घर से दूर रहना होगा और ऐसे में उनका वोट देना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में उनको इलेक्शन ट्रेनिंग के दौरान वोट देने का मौका दिया जाएगा। ट्रेनिंग कई चरणों में होगी और लास्ट टाइम में उन्हें पोस्टल बैलेट पेपर के जरिए वोट देने का चांस मिलेगा। जिला निर्वाचन कार्यालय का कहना है कि कर्मचारियों से उनकी पहचान पत्र संख्या मांगी जा रही है लेकिन कई कर्मचारी इसे प्रोवाइड नहीं करा पा रहे हैं। ऐसे में शत-प्रतिशत वोटिंग की इलेक्शन कमीशन मंशा को झटका लग सकता है।
लगेंगे क्भ् हजार से अधिक कर्मचारी
पूरे जिले में इलेक्शन के दौरान क्भ् हजार से अधिक कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। जिले में कुल फ्9क्क् पोलिंग बूथ हैं और प्रत्येक बूथ पर चार कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है। इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए अभी से एनआईसी में डाटा फीडिंग का काम शुरू कर दिया गया है। ऑफिसर्स बताते हैं कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही कर्मचारियों को ड्यूटी लेटर भेजने का प्रॉसेस शुरू हो जाएगा। इसी दौरान उनसे फॉर्म क्ख् भी भरवा लिया जाएगा।
अपनी जिम्मेदारियों को समझिए
ऑफिसर्स का कहना है कि लास्ट इलेक्शन तक यह देखने में आया था कि कई कर्मचारियों ने फॉर्म क्ख् भरने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसा नहीं करने पर पोस्टल बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग करने से महरूम रह गए। ऐसे कर्मचारियों का वोट बेकार न जाए इसलिए इलेक्शन कमीशन ने उनसे शत-प्रतिशत वोटिंग करने की अपील की है। यही रीजन है कि उनसे पहचान पत्र संख्या मांगी जा रही है।
पब्लिक के सवाल
सवाल- मुझे वोटर बनना है और इसके लिए आवश्यक पात्रता क्या होनी चाहिए? दिलीप मिश्रा, सोहबतियाबाग
जवाब- नया मतदाता बनने के लिए भारत की नागरिकता होना बेहद जरूरी है। साथ ही आपकी आयु क्8 वर्ष पूर्ण हो गई हो।
सवाल- मेरे वोटर आईडी कार्ड में मेरे भाई का फोटो छप गया है। यह करेक्शन कैसे होगा? सय्यारा, अतरसुईया
जवाब- इसके लिए आपको फॉर्म आठ भरकर जमा करना होगा। फॉर्म जिला निर्वाचन कार्यालय, वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर, बीएलओ सहित इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट से भी प्राप्त किया जा सकता है।
सवाल- मेरे एरिया का बीएलओ कौन है, यह कहां से पता चल सकेगा?
राजेश सिंह, दारागंज
जवाब- इसके लिए आपको अपनी विधानसभा के वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर जाना होगा। वहां से आपको बीएलओ का नाम व मोबाइल नंबर मिल जाएगा।
कर्मचारियों की वोटर आईडी संख्या मांगी जा रही है। इलेक्शन कमीशन की मंशा है कि इलेक्शन ड्यूटी में लगाए गए सभी कर्मचारियों को वोटिंग का मौका मिले। सभी से फॉर्म क्ख् भी भराया जाएगा।
राजकरन पांडेय, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी