- पहले आओ, पहले पाओ नहीं नीलामी में उच्चतम बोली लगाने वालों को मिलेगा स्पेशल व्हीकल नम्बर

- सहायक परिवहन आयुक्त प्रशासन ने प्रदेश भर के आरटीओ को दिए दिशा-निर्देश

<- पहले आओ, पहले पाओ नहीं नीलामी में उच्चतम बोली लगाने वालों को मिलेगा स्पेशल व्हीकल नम्बर

- सहायक परिवहन आयुक्त प्रशासन ने प्रदेश भर के आरटीओ को दिए दिशा-निर्देश

BAREILLY:

BAREILLY:

महंगी

महंगी कार और बाइक खरीदने भर से ही आप रुतबेदार नहीं बन सकेंगे। इसके लिए ई-नीलामी में भाग लेकर व्हीकल नम्बर्स के लिए सबसे ऊंची बोली भी लगानी होगी। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पहले आओ, पहले पाओ की व्यवस्था को खत्म करते हुए वीवीआईपी और वीआईपी नम्बर्स की अब ऑनलाइन नीलामी करेगा। जो भी उच्चतम बोली लगाएगा उसे ही नम्बर जारी होंगे।

<महंगी

महंगी कार और बाइक खरीदने भर से ही आप रुतबेदार नहीं बन सकेंगे। इसके लिए ई-नीलामी में भाग लेकर व्हीकल नम्बर्स के लिए सबसे ऊंची बोली भी लगानी होगी। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पहले आओ, पहले पाओ की व्यवस्था को खत्म करते हुए वीवीआईपी और वीआईपी नम्बर्स की अब ऑनलाइन नीलामी करेगा। जो भी उच्चतम बोली लगाएगा उसे ही नम्बर जारी होंगे।

तीन श्रेणी में बंटा है नम्बर

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने स्पेशल नम्बर्स को तीन श्रेणी में बांट रखा है। पहली श्रेणी मोस्ट अटै्रक्टिव नम्बर, दूसरा अट्रैक्टिव नम्बर, तीसरा इंपॉर्टेट नम्बर। जिनका अलॉटमेंट पाओ आओ, पहले पाओ के तर्ज पर किया जा रहा था, लेकिन अब इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है। सहायक परिवहन आयुक्त प्रशासन डॉ। विक्रम सिंह ने 16 मार्च 2018 को एक अधिसूचना जारी करते हुए प्रदेश भर के आरटीओ को इस संबंध में लेटर जारी किया है।

21 बिन्दुओं के आधार पर नीलामी

ई-नीलामी की प्रक्रिया कैसे सम्पन्न होगी इसके लिए 21 बिन्दुओं का जिक्र किया गया हैं, जिसके आधार पर स्पेशल नम्बर्स की ऑनलाइन नीलामी की जाएगी। सॉफ्टवेयर के अपडेट होते ही नम्बर्स के अलॉटमेंट की नई व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे पारदर्शिता बढ़ेगी। साथ ही डिपार्टमेंट को राजस्व का भी फायदा होगा।

<तीन श्रेणी में बंटा है नम्बर

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने स्पेशल नम्बर्स को तीन श्रेणी में बांट रखा है। पहली श्रेणी मोस्ट अटै्रक्टिव नम्बर, दूसरा अट्रैक्टिव नम्बर, तीसरा इंपॉर्टेट नम्बर। जिनका अलॉटमेंट पाओ आओ, पहले पाओ के तर्ज पर किया जा रहा था, लेकिन अब इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है। सहायक परिवहन आयुक्त प्रशासन डॉ। विक्रम सिंह ने क्म् मार्च ख्0क्8 को एक अधिसूचना जारी करते हुए प्रदेश भर के आरटीओ को इस संबंध में लेटर जारी किया है।

ख्क् बिन्दुओं के आधार पर नीलामी

ई-नीलामी की प्रक्रिया कैसे सम्पन्न होगी इसके लिए ख्क् बिन्दुओं का जिक्र किया गया हैं, जिसके आधार पर स्पेशल नम्बर्स की ऑनलाइन नीलामी की जाएगी। सॉफ्टवेयर के अपडेट होते ही नम्बर्स के अलॉटमेंट की नई व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे पारदर्शिता बढ़ेगी। साथ ही डिपार्टमेंट को राजस्व का भी फायदा होगा।

फिलहाल स्पेशल नम्बर की फीस

- क्भ्,000 और 7,भ्00 रुपए में मोस्ट अट्रैक्टिव नम्बर।

- म्,000 रुपए में अट्रैक्टिव नम्बर।

- फ्,000 रुपए में इंपॉर्टेट नम्बर।

ई-नीलामी की प्रक्रिया

- रजिस्ट्रीकरण की नीलामी 7 दिन के लिए खोली जाएगी। सुबह क्0 बजे से नीलामी प्रारम्भ होगी।

- 7 दिनों में से प्रथम ब् दिन बोली लगाने वालों के रजिस्ट्रेशन के लिए होंगे। अगला तीन दिन रजिस्टर्ड संख्याओं के लिए बोली लगाने के लिए होगा।

- कम से कम फ् लोग बोली लगाने वाले होंगे।

- यदि, बोली लगाने वालों की संख्या फ् लोगों से कम होगी तो उस स्थिति में ई-नीलामी की प्रक्रिया 7 दिन के लिए आगे बढ़ा दी जाएगी।

- बढ़ाई गई तिथि में भी ब् दिन रजिस्ट्रीकरण और फ् दिन नीलामी के होंगे।

- फिर भी बोली लगाने वालों की संख्या फ् से कम होती है, तो दोनों पीरियड को मिलाकर जिनकी बोली अधिक होगी उन्हें स्पेशल नम्बर आवंटित कर दिया जाएगा। भले ही एक ही बोलीदाता हो।

- जिन्होंने पहले 7 दिन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, उनका रजिस्ट्रेशन दूसरी बार भी मान्य रहेगा। पुन: रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

- यदि, कोई एक से अधिक नम्बर के लिए आवेदन करना चाहता है, तो कर सकता है, लेकिन उसे उतनी बार ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा और फीस जमा करना होगा।

- रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नंबर की बोली के लिए निर्धारित फीस का एक तिहाई जमा करना होगा।

- रजिस्ट्रीकरण की सूचना लॉगिन आईडी, बोली के लिए पासवर्ड सभी सूचना आवेदन के समय दिए गए रजिस्टर्ड नम्बर पर प्रेषित की जाएगी।

- पहली बोली जो होगी उसके बाद अगली बोली भ्00 रुपए के गुणांक में होगी। मसलन, किसी ने क् हजार रुपए की बोली लगाई है, तो अगले को क्भ्00 रुपए की बोली लगाना होगा।

- ई-नीलामी के 7 दिनों में से दिए गए फ् दिन का समय बोली के अंतिम दिनांक को शाम म् बजे तक समाप्त हो जाएगा।

- सफल बोली लगाने वाले का नाम पोर्टल पर तत्काल प्रदर्शित किया जाएगा।

- नम्बर अलॉट होने के बाद 7 दिन के अंदर बाकी फीस ऑनलाइन जमा करनी होगी।

- यदि समय के अंदर बाकी रुपए जमा नहीं होते हैं, तो रजिस्ट्रेशन रद हो जाएगा। आवेदन की फीस रिटर्न नहीं होगा।

- पहले का रजिस्ट्रेशन रद होते ही संबंधित स्पेशल नम्बर दूसरे उच्चतम बोली लगाने को अलॉट कर दिया जाएगा।

- परिवहन विभाग संग्रह खाता के रूप में अभिहित एकल खाता भारतीय स्टेट बैंक सरकारी व्यवसाय शाखा लखनऊ में खोला जाएगा। इस खाता को परिवहन विभाग के सरकारी ई-नीलामी पोर्टल से लिंक किया जाएगा।

वीवीआईपी और वीआईपी नम्बर की अब ई-नीलामी होगी। नीलामी की प्रक्रिया क्या होगी इसकी गाइडलाइन मुख्यालय से मिल गया है।

आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन