2019 लोकसभा चुनाव में जिले के सभी बूथों पर यूज होगी वीवीपैट मशीन

अत्याधुनिक एडवांस मशीनों का दिया गया प्रशिक्षण, वीवीपैट को लेकर गलतफहमियों का दिया गया जवाब

PRAYAGRAJ: इस बार लोकसभा चुनाव में यूज होने जा रह ईवीएम मशीन एम थ्री पहले से अधिक आधुनिक और सुरक्षित है। यह पूरी तरह टेम्पर्ड और छेड़छाड़ रहित है। यह बात सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरविंद कुमार पांडेय और उप जिला निर्वाचन अधिकारी एडीएम प्रशासन विजय शंकर दुबे ने कही। इनकी मौजूदगी में शनिवार को लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2019 मे प्रयुक्त होने वाली बैलेट यूनिट, वीवीपैट, कंट्रोल यूनिट मशीनों का प्रशिक्षण बिशप जानशन स्कूल में दिया।

हो चुकी है मशीनों की एफएलसी

जानकारी दी गयी कि इस बार पूरे प्रदेश में बैलेट यूनिट, वीवीपैट, कंट्रोल यूनिट मशीनों का प्रयोग किया जायेगा। इनका एफएलसी (प्रथम स्तर प्रशिक्षण) भी हो चुका है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में ईवीएम की एम-3 वर्जन का उपयोग किया जाएगा, जो पहले की मशीनों से अत्याधुनिक एवं सुरक्षित है। ये मशीनें सभी तहसीलों एवं ब्लाकों में रखी जायेगी तथा जन सामान्य को विस्तृत जानकारी दी जायेगी।

वीवीपैट को लेकर भ्रांतियां

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मतदाता को वीवीपैट पर्ची मिल जाती है, यह गलत जानकारी है। कोई भी मतदाता वीवीपैट पर्ची छू नही सकता है। मतदाता को एक पारदर्शी स्क्रीन के पीछे पर्ची सात सेकेण्ड तक दिखती रहती है और आखिर में पर्ची वीवीपैट के मुहरबंद डिब्बे में चली जाती है।

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वीवीपैट पर छपी हुई जानकारी अधिक से अधिक 15-30 दिनों तक ही पठनीय रहती है, यह गलत जानकारी है। इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले थर्मल पेपर पर छपी हुई जानकारी पांच साल से भी अधिक समय तक पठनीय रहती है।

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वीवीपैट मतदाता की फोटो खींच सकता है। इससे मत की गोपनीयता भंग हो जाती है, यह भी गलत जानकारी है। वीवीपैट में कोई कैमरा नही होता है और यह मतदाता की फोटो नही खीच सकता है।

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वर्ष 2019 मे होने वाले लोकसभा निर्वाचन के दौरान सभी मतदान केन्द्रों पर उपयोग के लिए निर्वाचन आयोग के पास पर्याप्त संख्या में वीवीपैट नही है, यह भी गलत जानकारी है।

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बड़ी संख्या में वीवीपैट मशीनें काम करना बंद कर देती है, जिससे मतदान रूक जाता है, यह भी गलत जानकारी है। वीवीपैट मशीन के कारण मतदान रूक जाने के कुछ ही मामले सामने आये है। इसके बदले में रिजर्व मात्रा में वीवीपैट मौजूद रहती हैं।