आत्मविश्वास
तीन विकेट लेने के बाद भुवनेश का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होगा। जो उन्हें पांचवें दिन भी फायदा देगा। एक्सपर्ट की माने तो भुवनेश पांचवे दिन भी पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ बॉलिंग करेगा। जिससे उसे विकेट मिलने के पूरे आसार है।

भरोसा
मौजूदा समय में टीम इंडिया के कैप्टन और कोच को अपने इस फास्ट बॉलर सबसे ज्यादा भरोसा है। जब एक बॉलर को अपने टीम मैनेजमेंट का भरोसा मिलता है तो उसका प्रदर्शन अपने अच्छा हो जाता है। वहीं मेरठ के उनके कोच को भी पूरा भरोसा है कि पांचवें दिन भी भुवी को विकेट मिलेंगे।

कंडीशंस
एक्सपर्ट की मानें तो दुनिया के किसी भी देश के ग्राउंड की पिच हो वहां सुबह का एक घंटा फास्ट बॉलर का होता है। वो फास्ट बॉलर की एबिलिटी पर है कि उसका किस तरह से कितना फायदा उठता है। एक्सपर्ट ये बात माने तो मोहाली के मैदान के आसपास पूरा खुला हुआ है। साथ ही हिमाचल के नजदीक है। जहां की हवा अपने साथ भरपूर मॉयस्चर लेकर आती है। इसका फायदा भुवनेश की मिलेगा।

बॉल
ये बात सभी मालूम है कि भुवी नए बॉल से कितने खतरनाक है। अभी बॉल 21 ओवर ही पुरानी हुई है और बॉल की इतनी पिटाई भी नहीं हुई है। एक्सपर्ट ये बात मानकर चल रहे हैं कि भुवनेश के लिए बॉल अब बहुत कारगर है। जिससे उसे दोनों ओर स्विंग मिल सकती है। और कंगारुओं पर कहर बरपा सकते हैं।

पिच
मोहाली की पिच हमेशा से ही फास्ट बॉलर्स के लिए मददगार रही है। इसका मुख्य कारण वहां की पिच में क्ले का ज्यादा यूज होता है। जिससे ज्यादा बाउंस और पेस मिलता है। पांचवे दिन की पिच में अनईवन बाउंस का फायदा भुवनेश को मिलेगा।

'मैं हर साल सितंबर में मोहाली के इसी मैदान में खेलता हूं। पूरे देश में सितंबर में सुबह का वक्त गर्म रहता है, वहीं मोहाली में ठंडक रहती है। ये तो मार्च है, उत्तर भारत में ठंड अभी गई नहीं है, फास्ट बॉलर के लिए फेवरेबल कंडीशन है। भुवनेश मंडे को इन कंडीशंस का पूरा फायदा उठाएगा। पांच विकेट से भी ज्यादा लेगा.'
- मनु कुमार, पूर्व रणजी प्लेयर

'उसके पास पांच और उससे ज्यादा विकेट लेने का पूरा मौका है। अगर भुवनेश सुबह के सेशन में बॉलिंग करते हैं तो मोहाली की कंडीशन का उसे पूरा फायदा मिलेगा। एक फास्ट बॉलर के होने के नाते भुवनेश अगर विकेट टू विकेट बॉलिंग करे। उसे पिच से भी फायदा मिलेगा.'
- आशीष जैदी, पूर्व रणजी प्लेयर