- तहसील में चल रहा है आधार कार्ड बनाने के नाम पर खेल

- बैंकों ने अनाड़ी लोगों के हाथों में दे दी है आधार कार्ड बनाने की कमान

- मेरठ के आधार कार्ड बनाने वाले साढ़े चार सौ सेंटर हो चुके है बंद

Meerut : अगर आपको अपना आधार कार्ड बनवाने की जल्दी है, तो मायूसी ही हाथ लगेगी। दरअसल, सरकारी फैसले के तहत निजी आधार कार्ड सेंटर्स बंद हो गए और अब आधार कार्ड बनाने का काम तहसील और बैंकों के जरिए किया जा रहा है। बुधवार को हमने दोनों जगहों की पड़ताल की, तो हाल चौंकाने वाले निकले। तहसील में आधार कार्ड के लिए अपॉइंटमेंट दिए जा रहा हैं।

9 जून तक हाउस फुल

यह संवाददाता दोपहर 3 बजे अपने आधार कार्ड में पता बदलवाने सदर तहसील पहुंचा। नायब तहसीलदार के कक्ष में दो युवक आधार कार्ड बना रहे थे। यहां बताया गया कि 9 जून का अपॉइंटमेंट मिल सकता है, उससे पहले की तारीखेंुल हैं।

मनमाना तरीका

युवकों से पूछा गया कि अपॉइंटमेंट का तरीका किसके आदेश पर लागू किया गया है, तो उन्होंने तहसीलदार का ऐसा ही आदेश होने की बात कही। हालांकि तहसीलदार संतोष ने ऐसा आदेश देने से इनकार करते हुए सभी के कार्ड बनाए जाने की बाकही है।

एक दिन में 40

युवकों का कहना था कि उन्हें एक दिन में सिर्फ 40 लोगों के आधार कार्ड बनाने को कहा गया है। इसके बाद के लोगों को अगले दिन की तारीख दी जाती है। इस तरह वेटिंग लिस्ट करीब डेढ़ महीने की हो गई है।

निजी दुकान में सरकारी फॉर्म

सबसे पहला खेल यहीं नजर आया, जब उन्होंने कहा कि एक फॉर्म सामने फोटो कॉपी की दुकान से ले आओ। सरकारी रिकॉर्ड का फॉर्म निजी दुकान में क्यों रखा है, इसका जवाब न युवकों ने दिया और न ही फोटो कॉपी वाले ने।

तहसील में आने वाले सभी लोगों के आधार कार्ड बनने चाहिए। अगर डेट देकर आधार कार्ड बना रहे हैं, तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

संतोष, तहसीलदार, सदर