फाइलों में अटका रेलवे ट्रैक का प्रस्ताव

सर्वे में नेगेटिव रिपोर्ट आने पर अधर में अटका काम

Meerut. मेरठ-हस्तिनापुर रेल लाइन का सफर शुरु होने से पहले से ही पिछले कई साल से अधर में है. हालत यह है कि करीब सात साल लंबे सफर के बाद आज भी यह मेगा प्रोजेक्ट केवल फाइलों तक सीमित है. दो साल पहले मंत्रालय ने इस रेल मार्ग का बजट जारी कर आस जगाई थी लेकिन सर्वे में नेगेटिव रिपोर्ट आने पर यह आस भी खत्म हो गई. फिलहाल अब दोबारा सरकार के बनने के बाद मेरठवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह उम्मीद लगाई है कि इस रेल ट्रैक का निर्माण इस कार्यकाल में होना चाहिए.

माइनस में रेट ऑफ रेशो

मेरठ हस्तिनापुर बिजनौर रेल मार्ग वह रेल मार्ग है जिसकी उम्मीद मेरठ से लोगों को पिछले सात साल से है. साल 2013 में इस रेल मार्ग के सांसद स्तर पर प्रयास किए गए थे इसके बाद साल 2017 में रेल लाइन के लिए करीब 398 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए 662 करोड का बजट भी स्वीकृत कर दिया गया था. लेकिन गत वर्ष रेलवे ट्रैक के लिए मुख्यालय स्तर पर हुए सर्वे में इस रेल ट्रैक को रेलवे की टीम ने रेट ऑफ रेशो माइनस में दे दिया. जिसके चलते एक बार फिर यह रेल मार्ग ठंडे बस्ते में चला गया. अब दोबारा सरकार बनने के बाद इस मार्ग पर रेल ट्रैक् की उम्मीद परवान चढ़ गई है.

भारी पड़ा देवबंद- रुड़की रूट

मेरठ-हस्तिनापुर रेल लाइन पर देवबंद-रुड़की भारी पड़ गया है. इन दोनो रेलवे ट्रैक की मांग लगभग एक साथ शुरु हुई थी लेकिन देवबंद रु़ककी रूट के लिए जमीन अधिग्रहण कार्रवाई पूरी कर निर्माण भी शुरू कर दिया गया है. इस रेल लाइन को पूरा करने का काम साल 2017 में ही शुरु कर दिया था लेकिन जमीन अधिग्रहण में हुई देरी की वजह से इसमें थोड़ा समय लग गया.

एक नजर में रेलवे लाइन-

मेरठ-बिजनौर रेलवे लाइन की लंबाई- 63.5 किमी

स्टेशन बनाने की योजना - 12

भूमि अधिग्रहण होगी करीब- 398 हेक्टेयर

प्रस्तावित हुआ कुल बजट करीब- 662 करोड़

मेरठ हस्तिनापुर बिजनौर रेल मार्ग पर मुख्यालय स्तर पर विचार चल रहा है. सर्वे रिपोर्ट माइनस थी इसलिए काम नहीं शुरू हो सका. अब नए स्तर पर सर्वे के बाद ही कुछ काम होगा.

आरपी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक

मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर मार्ग के निर्माण पर रेलवे की सर्वे रिपोर्ट के बाद प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया था. एक बार फिर इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के समक्ष रखा जाएगा. और इस रेल लाइन का निर्माण कार्य कराया जाएगा.

राजेंद्र अग्रवाल, सांसद, मेरठ