-जल साक्षरता के साथ ही बारिश की बूंदों के संचयन को लेकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं की अनोखी पहल

नंबर गेम

100 दिन के भीतर तालाब जिवकास प्राधिकरण का गठन था भाजपा के एजेंडे में शामिल

6 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है बीजेपी सरकार बने

35 छात्र-छात्राएं इलाहाबाद से बांदा तक करेंगे पदयात्रा

14 नवंबर को होगा इस पदयात्रा का शुभारंभ

08 दिनों तक चलेगी यह पदयात्रा

70 गांवों के लोगों जागरूक करेगी टीम

1-1 गांव में करेंगे रात्रि प्रवास

22 नवंबर को होगा पदयात्रा का समापन

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बने छह महीने से ज्यादा का वक्त गुजर गया है लेकिन उसके चुनावी एजेंडे में शामिल तालाब विकास प्राधिकरण का गठन सौ दिनों के भीतर करने का मुद्दा अभी तक धरातल पर नहीं उतर सका है। यही वजह है कि प्राधिकरण के गठन और जल साक्षरता के साथ ही बारिश की बूंदों के संचयन को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अनोखी पहल की है। विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर, पोस्ट ग्रेजुएट व अंडर ग्रेजुएट के कुल 35 छात्र-छात्राएं इलाहाबाद से लेकर बांदा तक पदयात्रा निकालने जा रहे है। इनमें 31 छात्र और चार छात्राएं शामिल रहेंगी।

आठ दिनों तक चलेगी पदयात्रा

विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की पदयात्रा का शुभारंभ 14 नवम्बर को होगा। पदयात्रा आठ दिनों तक चलती रहेगी। देश के प्रख्यात पर्यावरणविद पीवी राजगोपाल व मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के भूगर्भ शास्त्री प्रो। एचके पांडेय हरी झंडी दिखाकर पदयात्रा को रवाना करेंगे। यात्रा इलाहाबाद से बांदा के बीच करीब 70 गांवों के निवासियों को जागरूक करने का काम करेगी। इस दौरान आठ दिनों तक प्रत्येक दिन एक-एक गांव में रात्रि प्रवास का भी कार्यक्रम बनाया गया है। इनमें पचखरा, शंकरगढ़, बरगढ़, मोहनपुर, भवरी, खोही, बदौला व बांदा के गेरवां गांव में रात को चौपाल लगाई जाएगी। इन गांवों में नुक्कड़ नाटक व पम्फलेट के जरिए ग्रामीणों को तालाबों को बचाने व जल संचयन के लिए जागरुक किया जाएगा। पदयात्रा का समापन 22 नवम्बर को बांदा के छाबी तालाब पर होगा।

सभी का होगा हेल्थ चेकअप

इलाहाबाद से बांदा के बीच की दूरी दो सौ किमी है। पदयात्रा पर रवाना होने से पहले सभी छात्र-छात्राओं का हेल्थ चेकअप कराया जाएगा। ताकि किसी को भी स्वास्थ संबंधी दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इसके लिए पदयात्रा संयोजक रामबाबू तिवारी ने सिटी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। एके सिंह से संपर्क किया है। छात्र-छात्राओं का हेल्थ चेकअप 14 नवम्बर से तीन दिन पहले हॉस्पिटल में किया जाएगा।

यूपी में वर्तमान समय में महज साढ़े पांच हजार तालाबों का अस्तित्व बचा है, जो कि सरकारी रिकार्ड में हैं। इनमें से एक दर्जन से अधिक ऐसे तालाब हैं जिन पर अतिक्रमण कर लिया गया है। यह मुद्दा भाजपा के एजेंडे में शामिल था। लेकिन सरकार बनने के छह महीने बाद भी तालाब विकास प्राधिकरण का गठन नहीं हुआ है। इसके लिए इलाहाबाद से बांदा तक पदयात्रा निकाली जाएगी।

रामबाबू तिवारी, पदयात्रा संयोजक, रिसर्च स्कॉलर ग्लोबलाइजेशन डेवलपमेंट स्टडीज, इविवि