- मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की ट्रेनिंग के दौरान शोर-शराबा करने लगे एमएलसी कैंडीडेंट्स के रिप्रेजेंटेटिव्स

- ट्रेजरी ऑफिसर्स ने बताई हर एक गाइडलाइन तो छा गई वर्कशॉप में चुप्पी

VARANASI: लोकसभा व एमएलसी चुनाव के लिए पॉलिटिकल पार्टियों तथा एमएलसी कैंडीडेट्स के रिप्रेजेंटेटिव्स को मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का पाठ पढ़ाने के लिए गुरुवार को एक वर्कशॉप का आयोजन डिस्ट्रिक्ट राइफल क्लब में किया गया। इस वर्कशॉप में कोड ऑफ कंडक्ट का पाठ पढ़ते-पढ़ते एमएलसी कैंडीडेट्स के रिप्रेजेंटेटिव्स शोर-शराबा करने लगे। ये भूल गये कि ये भी आचार संहिता उल्लघंन की कटेगरी में आता है।

फिर हमें क्या बुलाया?

हुआ ये कि राइफल क्लब में वर्कशॉप के दौरान स्लाइड शो के दौरान लोकसभा इलेक्शन के लिए कोड ऑफ कंडक्ट के बारे में बताया जा रहा था। इसी दौरान स्नातक और शिक्षक एमएलसी उम्मीदवारों के प्रतिनिधि ये कहते हुए जाने लगे कि ये पूरा वर्कशॉप लोकसभा चुनाव के संबंध में हैं, फिर हमें क्यों बुलाया गया। इस दौरान वहां मौजूद अफसरों ने सभी को समझाने की कोशिश की मगर प्रतिनिधियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से वो बात सुनने को तैयार न हुए। शोरशराबा बढ़ने लगा।

सच जान हो गए शांत

रिप्रेजेंटेटिव्स का शोरशराबा सुन सीनियर ट्रेजरी ऑफिसर गोपाल मिश्र ने बताया कि ये वर्कशॉप का बहिष्कार भी आचार संहिता उल्लंघन में आता है। उन्होंने इलेक्शन कमीशन की मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की बुकलेट खोल दिखाया भी। इसके बाद सभी शांत हो गए। ट्रेजरी ऑफिसर ने फिर वन बाई वन सारे नियम-कानून को विस्तार से समझाया। मीटिंग में सभी पॉलिटिकल पार्टियों के साथ एमएलएसी कैंडीडेट्स के रिप्रेजेंटेटिव्स मौजूद रहे।