एक को निकलेगा कैंडल मार्च
जस्टिस फॉर स्नेहा मुहिम के तहत एक अगस्त को कैंडल मार्च निकाला जाएगा। एक्सआईएसएस की स्टूडेंट रिया ने बताया  कि एक अगस्त को कैंपस से शाम के सात बजे हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स शामिल होंगे। कैंडल मार्च एक्सआईएसएस कैंपस से अलबर्ट एक्का चौक तक जाएगा। इसके लिए रांची के जितने भी इंस्टीट्यूट्स और कॉलेजेज हैं, सभी के स्टूडेंट्स से संपर्क करके उन्हें मुहिम में शामिल कराया जाएगा। सभी स्टूडेंट्स सर पर सफेद पट्टी लगाकर कैंडल मार्च में शामिल होंगे।

Reality सामने तो आए
स्नेहा के फ्रेंड और क्लासमेट रहे एस अनवर ने बताया कि स्नेहा कभी भी सुसाइड नहीं कर सकती। उसकी मौत के बाद जिस तरह से अफवाह फैलाई जा रही है कि उसने सुसाइड किया है, वह माननेवाली बात ही नहीं है। हम लोगों ने दो सालों तक साथ में पढ़ाई की है। जब भी हमें क्लास में कोई प्रॉब्लम होती थी, तो हम लोग उसके पास जाते थे और वह हमारी प्रॉब्लम सॉल्व करती थी। हम लोग स्नेहा के लिए जस्टिस चाहते हैं। घटना के पीछे जो भी सच्चाई है, उसको बाहर आना चाहिए। अभी भी स्नेहा की मौत पर लगातार सस्पेंस बना हुआ है।

किसी से नहीं डरती थी
स्नेहा के क्लासमेट रहे राहुल ने बताया कि वह एक ऐसी लड़की थी, जो किसी से नहीं डरती थी। वह लोग एक साथ कई बार असाइनमेंट पर भी बाहर जा चुके हैं। वह काफी  बोल्ड थी। जब वे लोग असाइनमेंट पर जाते थे, तो उनके प्रोजेक्ट पूरा होने के पहले ही वह अपने प्रोजेक्ट को पूरा कर लेती थी। वह किसी भी काम को शुरू करने के बाद उसे पूरा करके ही छोड़ती थी। स्नेहा ने खुद ही सुसाइड कर लिया, यह संभव ही नहीं है। उसमें हर प्रॉब्लम को फेस करने की हिम्मत थी। उसकी मौतके इतने दिनों के बाद भी रियलिटी सामने नहीं आ रही है। मौत का सच सामने आना चाहिए।

वह self dependent थी
एक्सआईएसएस की स्टूडेंट रही रिया भी स्नेहा के लिए जस्टिस की मांग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि स्नेहा एक ऐसी लड़की थी, जो सेल्फ डिपेंडेंट थी। वह किसी भी चीज के लिए किसी पर डिपेंड नहीं रहती थी। वह हर डिसीजन खुद ही लेती थी। वह काफी बोल्ड थी। वह सुसाइड कर ही नहीं सकती। एक्सआईएसएस में जब किसी को प्रॉब्लम होती थी, तो वह खुद से आगे आती थी और प्रॉब्लम को सॉल्व करती थी। स्नेहा की मौत का सस्पेंस खत्म होना चाहिए और रियलिटी हर हाल मेें सामने आनी चाहिए।

खुद लड़ती थी अपनी लड़ाई
एक्सआईएसएस के स्टूडेंट रहे दानिश ने बताया कि इंस्टीट्यूट में जब भी कोई प्रॉब्लम होती थी, तो वह खुद से आगे आती थी। अब ऐसी लड़की खुद से सुसाइड करने के बारे में सोच ही नही सकती है। हम लोगों ने कैंपस में उसके साथ काफी समय बिताया है। वह सभी के लिए लड़ती थी। अब स्नेहा इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसकीमौत के पीछे के राज क्या हैं? किस परिस्थिति में उसकी मौत हुई? ये बातें सामने आनी चाहिए। हम सब उसे जस्टिस दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

Motivate करती थी स्नेहा
एक्सआईएसएस के स्टूडेंट विकास ने बताया कि वह हमारी मोटिवेटर थी। कैंपस में कई स्टूडेट्स हैं, जो मानते हैं कि वह काफी बोल्ड लड़की थी। वह अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जीती थी। हम लोगों को अब यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर स्नेहा सुसाइड कर लेगी? स्नेहा को जस्टिस मिलना चाहिए। उसकी मौत के बाद से अभी तक कुछ भी साफ नहीं हो पाया है।