सपा सरकार की उपलब्धियों वाली होर्डिग से पटा शहर

पलक झपकते गायब हो गए भाजपा के बैनर पोस्टर

कार्य समिति से पहले भाजपा को सपा सरकार का तगड़ा झटका

ALLAHABAD: राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से पहले पूरा शहर भाजपामय हो जाए, इससे पहले प्रदेश की सपा सरकार ने अपने इरादे जता दिए। सरकारी आदेश पर शहर के तमाम चौराहें और सड़कों को सपा सरकार की उपलब्धियों वाली होर्डिग्स से पाटा जा रहा है। जिन होर्डिग्स पर पहले भाजपा के दिग्गज नेता चमक रहे थे वहां अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की झलक दिखने लगी है। बुधवार को अचानक शुरू हुए इस अभियान से खुद पब्लिक भी अचरज में पड़ गई है, वह भी तब जब भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को महज तीन दिन शेष रह गए हैं।

नहीं बचेगी एक भी सरकारी होर्डिग

बता दें कि 12 और 13 जून को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक होने वाली है। इसको लेकर भाजपाईयों ने अपनी होर्डिग और पोस्टर-बैनर से शहर के प्रमुख चौराहें और सड़कों को लगभग पाट दिया है। लेकिन, बुधवार को जो हुआ उसने शासन के इरादे जता दिए। सपा सरकार ने अपने पांच साल की उपलब्धियों के महिमा मंडन से भरी इन होर्डिग्स को तेजी से लगाना शुरू कर दिया है। इनमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फोटो के साथ 'पूरे हुए वादे, अब नए इरादे' का स्लोगन दिया गया है। खासतौर से जहां भाजपा नेताओं की विशाल होर्डिग लगी थी वहीं पर अब सपा सरकार का परचम लहरा रहा है।

हफ्ते भर का जमा हुआ किराया, प्राइवेट पर भी नजर

जानकारी के मुताबिक सपा सरकार ने आनन-फानन में नगर निगम को होर्डिग्स का शुल्क जमा कराकर बुक कर लिया है। ये सरकारी हैं इसलिए इन पर शासन का संदेश देना प्राथमिकता होगी। इसके अलावा प्राइवेट एजेंसियों की होर्डिग्स को भी हायर किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 13 जून तक शहर में केवल सपा सरकार के कार्यो के लेखे-जोखे से जनता को परिचित कराया जाएगा। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यह पहले से निर्धारित था। शासन केवल इलाहाबाद नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य शहरों में भी अपनी होर्डिग लगवा रही है। इसके कुछ भी नया नहीं है।

भाजपाईयों के उड़े होश

सपा सरकार का यह दांव वाकई भाजपा को महंगा पड़ता नजर आ रहा है। बुधवार को होर्डिग्स लगना जैसे ही शुरू हुई, भाजपा नेताओं में सुगबुगाहट बढ़ गई। उनका कहना था कि शासन अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहा है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है। वैसे भी भाजपा का विरोध अपनी जगह जायज है, वह भी तब जब दो दिनी महा आयोजन और प्रधानमंत्री मोदी की रैली होने में तीन दिन का समय शेष रह गया है। ऐसे में लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का बड़ा माध्यम पोस्टर-बैनर और होर्डिग्स ही थे जो अब हाथ से जा रहे हैं।