चार शूटर, 80 हजार रुपए, एक जान

एसएसपी नवीन अरोरा ने बताया कि जगदीश को मारने की साजिश सुशील गायकवाड़ के घर बनी। हत्या की सुपारी 20-20 हजार रुपए में चार बदमाशों को दी गई। उन्होंने बताया कि 18 मई को राहुल तिवारी उर्फ डॉन पुत्र विजय शंकर, कल्लू उर्फ अनिल भारतीय पुत्र बल्लू भारतीय, आकाश उर्फ सागर पुत्र गोकुल चौधरी, अक्षय तुरिया पुत्र करन ने जगदीश मिश्रा को बम व गोली से मारकर मौत के घाट उतार दिया था।

छोटे-छोटे क्रिमिनल बन गए शूटर

एसएसपी ने बताया कि कल्लू, राहुल व आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। अक्षय तुरिया को 23 मई को मुट्ठीगंज पुलिस ने देशी बम के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हत्यारोपी कल्लू, राहुल व आकाश की उम्र 19 से 22 साल के बीच है। तीनों क्लास 8-9 के स्टूडेंट हैं। राहुल खलासी का काम करता है जबकि कल्लू उसी बस में कंडक्टर है। आकाश भी एक दुकान में काम करता है। अक्षय के बारे में पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। एसएसपी ने बताया कि सुशील गायकवाड़ ने जेल से ही पार्षद पद के लिए नामांकन भी किया है। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

सुशील के घर रची गई साजिश

जगदीश मिश्रा को मारने की साजिश सुशील गायकवाड़ के घर बनी थी। इसमें सुशील, उसका भाई गगन, मां प्रेमलता व चारों हत्यारोपी शामिल थे। साजिश करीब डेढ़ महीना पहले ही बनी थी। एसएसपी ने बताया कि जगदीश मिश्रा कानपुर में नौकरी करते थे। वह ट्रेन पकडऩे के लिए मार्निंग में चार बजे ही घर से निकल जाते थे। पहली बार इसी टाइम पर जगदीश को मारने की प्लानिंग बनी थी। लेकिन, चारों के एक साथी के मना कर देने के चलते यह योजना फेल हो गई।

जमानत तोड़वाकर जेल चला गया सुशील

सुशील व सीमा मिश्रा के बीच चुनावी रंजिश थी। यही कारण था कि सीमा ने नेम्ड एफआईआर भी दर्ज कराई थी। एसएसपी ने कहा कि इंट्रोग्रेशन में यह बात सामने आई कि करीब दो महीना पहले जगदीश को मारने की साजिश बनी। उसके बाद सुशील व उसका भाई गगन अपनी जमानत तोड़वाकर जेल चले गए। इस दौरान जगदीश की हत्या में शामिल अक्षय की जेल के भीतर बंद सुशील से लगातार बात होती रही। एसएसपी ने कबूला की जेल में बंद सुशील गायकवाड़ से 18 मई को जगदीश मिश्रा पर हमला करने के पहले भी अक्षय तुरिया ने मोबाइल पर बात की। इसके बाद उन्होंने जगदीश की हत्या को अंजाम दिया। हत्या के बाद चारों अलग-अलग रास्ते से घटनास्थल से भाग गए। एसएसपी ने बताया की सुशील गायकवाड़ की मां प्रेमलता भी जगदीश मिश्रा की हत्या की साजिश में शामिल थी.