- सड़के हैं खस्ताहाल, आए दिन होती है दुर्घटना

- डेयरियों से परेशान शास्त्री नगर के लोग

Meerut । वार्ड-63 शास्त्री नगर के निवासी पार्क न होने से परेशान हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अधिकांश पार्को पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। नगर निगम में कई बार शिकायत कर चुके हैं। बावजूद इसके, नगर निगम ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। कुछ पार्क हैं भी, तो उनकी देखरेख नहीं होती है। कुछ ऐसा ही हाल डेयरियों का है। वार्ड में डेयरियां बहुत अधिक हैं। डेयरियों से निकलने वाला गोबर नालियों में बहाया जाता है। जिसके कारण नालियां चोक हो जाती हैं। वहीं वार्ड में गंदगी की भी समस्या अधिक है। कई महीनों से नाले की सफाई नहीं हुई है। शास्त्री नगर और प्रवेश विहार में मच्छरों की तादात अधिक हैं। जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा है।

ये है डिमांड

- पार्को से कब्जे हटने चाहिए।

- नालों की सफाई होनी चाहिए

- नालियों की सफाई होनी चाहिए।

- मोहल्ले से डेयरियां बाहर होना चाहिए।

- सफाई दोनो समय होनी चाहिए।

वार्ड- 63

पार्षद- पंकज कतीरा

जनसंख्या- 18 हजार

वोटर- 15 हजार

मोहल्ले- शास्त्री नगर के ब्लॉक, आई ब्लॉक, एल ब्लॉक, सरदार पटेल नगर, वसुंधरा कॉलोनी , प्रवेश विहार

पढ़ाई- ग्रेजुएट

परिसीमन से पहले- वार्ड 31

नालियां

वार्ड में 63 नालियों का हाल में नालों की तरह ही है। नालियां गंदगी से अटी हैं। काफी समय से इनकी सफाई नहीं हुई है। नाले में गंदगी से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

हैंडपंप

वार्ड में अधिकांश हैंडपंप खराब हैं। स्थानीय लोगों की माने तो बहुत से नल से ऐसे है जोकि एक साल से खराब पड़े हैं। कई बार निगम को शिकायत कर चुके हैं। बावजूद इसके निगम ने अभी तक नलों को ठीक नहीं कराया।

पार्क

वार्ड-63 केअधिकांश पार्को पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। जिसके कारण वार्ड में बच्चों के खेलने के लिए एक भी पार्क नहीं है। निगम के पार्को पर कब्जे हो गए बावजूद इसके निगम के अधिकारियों ने इसकी सुध लेने की कोशिश नहीं की।

सड़क

वार्ड में सड़कों का बुरा हाल है। यह हाल तब है जब सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा शहर की सड़कों को दो बार गड्ढामुक्त करने के आदेश हो चुके हैं। लेकिन नगर निगम मुख्य मार्गो पर पैच वर्क कर खानापूर्ति कर देता है

स्ट्रीट लाइट

वार्ड में एलईडी लाइट तो लग गई है। लेकिन वे बेकार हो गई हैं। एलईडी लाइट कुछ दिन बाद ही खराब हो गई। जिसकी शिकायत लोगों ने नगर निगम से भी की। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

वार्ड में सफाई तो होती है। लेकिन नाली व नालियों की सफाई नहीं होती है। कम से कम नाले एक माह और नालियों सप्ताह में एक बार तो साफ होने चाहिए। यदि यह हो जाए तो बहुत अच्छा हो जाएगा।

सचिन

पार्क से कब्जे हटने चाहिए। बच्चों के खेलने के लिए यहां पर कोई पार्क नहीं है। कम से कम बच्चों के खेलने के लिए पार्क तो होने चाहिए। नगर निगम को पार्को पर से कब्जे हटने चाहिए।

गायत्री देवी

हैंडपंप तो कम से कम ठीक होने चाहिए। कई हैंडपंप ऐसे है जिनको खराब हुए एक साल से अधिक समय हो गए। लेकिन किसी ने भी इसकी सुध नहीं ली है। बिजली चले जाने पर पानी की समस्या हो जाती है।

मनोज

नालों की सफाई तो होनी चाहिए। नाले गंदगी से अटे हैं। काफी समय हो गया नाले की सफाई हुए। अनेक बार निगम से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन नगर निगम है कि नालों की सफाई ही नहीं कराता है।

ओमकार शर्मा

वार्ड में सबसे बड़ी समस्या डेयरियों की है। डेयरियों का सारा गोबर नालियों में जाता है। जिसके कारण नालियां चोक हो जाती है। पानी की भी बहुत बर्बादी होती है। डेयरियों को बाहर भेजना चाहिए। या फिर इन पर गंदगी करने पर कार्रवाई होनी चाहिए।

अंकित गुप्ता