लोगो : वार्ड स्कैन, वार्ड 39

स्लग: पानी के लिए तीन किमी की दौड़, कच्ची नालियां कूड़ा-कचरा से जाम, नहीं होती साफ-सफाई

आबादी : 21,122

वोटर्स : 16,556

वार्ड पार्षद

रत्नेश कुमार सिंह

मोहल्ला

इंजीनियर्स हॉस्टल, धुर्वा बस स्टैंड, धुर्वा थाना, डीटी क्वार्टर, बी-2 टाइप क्वार्टर, पावर ग्रिड, ज्यूडिशियल एकेडमी,एमआइ कॉलोनी, हडसेर डाहूटोली

पब्लिक डिमांड

इलाके में नालियों का निर्माण बेहद जरूरी है।

इलाके में पानी की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाए।

जेपी मार्केट में जगह-जगह डस्टबिन लगाई जाए

>ranchi@inext.co.in

RANCHI (19 March): वार्ड चाहे कोई भी हो, पब्लिक यही चाहती है कि उनके वार्ड की सड़क अच्छी हो, पीने का पानी मिले और साफ-सफाई रेगुलर होती रहे। लेकिन वार्ड-39 में पहुंचते ही ये सभी चीजें मुंह चिढ़ाती हुई नजर आएंगी। पानी के लिए लोगों को तीन किलोमीटर दौड़ लगानी पड़ रही है, तो नालियों की भी सफाई करने कोई नहीं आता। अब लोग चुनाव में जवाब देने के लिए तैयार हैं। परिसीमन के बाद वार्ड 39 धुर्वा गोल चक्कर से शर्मा रोड में झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण भवन, जेएन कॉलेज, जोड़ा पानी टंकी, पंचवटी मंदिर मैदान, टूटल पुल होते हुए सरस्वती शिशु विद्यालय के पास जेपी मार्केट रोड, धुर्वा बस स्टैंड, सूर्य मंदिर, थपड़ी पुल, डैम साइड में ज्यूडिशियल एकेडमी झारखंड चौक, नगर निगम सीमाना (सीठियो मौजा), धुर्वा गोल चक्कर से स्टेट बैंक, पोस्ट आफिस, वीर कुंवर सिंह चौक, पावर ग्रिड होते हुए मुक्तिधाम स्वर्णरेखा नदी, नगर निगम सीमाना (धुर्वा डैम) तक कर दिया गया।

साफ-सफाई

5-10

जेपी मार्केट की गिनती धुर्वा के सबसे बड़े बाजार के रूप में की जाती है। यहां पर ऐसा कोई सामान नहीं, जो आपको ढूंढना पड़े। हर दिन हजारों लोग यहां खरीदारी करने आते हैं। वहीं दुकानों से भी काफी कचरा निकलता है। इसके बावजूद मार्केट में एक भी डस्टबिन नहीं लगाया गया।

नाली

4-10

सड़क बनाने को लेकर पार्षद रेस हैं। लेकिन नालियों की स्थिति सुधारने में वे नाकाम रहे हैं। यही वजह है कि कच्ची नाली में लोग घर और दुकानों का पानी बहा रहे हैं। सफाई नहीं होने के कारण उसमें कचरा भरा पड़ा है।

अवारा पशु

5-10

रोड पर खुलेआम जानवरों को घूमते हुए देखा जा सकता है। सुबह शाम दूध निकालने के बाद लोग अपने जानवरों को खुला छोड़ देते हैं। इस वजह से कई बार लोग भी इनके हमले से घायल हो जाते हैं।

वार्ड बोलता है

वार्ड में पानी की बहुत किल्लत है। टंकी तो लगाई गई है लेकिन उसका टाइम फिक्स है। इस चक्कर में दिनभर पानी नहीं मिल पाता। प्रभात तारा मैदान में लगी टंकी से पानी लाना पड़ता है। मार्केट में कहीं डस्टबिन भी नहीं लगाया गया है।

सत्येंद्र पंडित

पानी की दिक्कत तो हर जगह है। पूरी राजधानी में ही लोग पानी-पानी कर रहे हैं। इसके लिए पार्षद को सोचना चाहिए। पाइपलाइन भी इतनी पुरानी है कि पानी ही नहीं आ पाता।

सरजू

पानी के लिए सुबह से दौड़ लगानी पड़ती है। कुछ लोग हैं जिनके पास मोटर की चाबी है। अपनी मर्जी से पानी चलाते हैं। हमलोग तो सालों से यही करते आ रहे हैं। अब तो गर्मी में और हालत खराब हो जाएंगे। नाली की सफाई के लिए कोई नहीं आता।

श्याम प्रकाश

जवाब दो पार्षद जी

डीजे आईनेक्स्ट : पानी के लिए लोगों को सुबह से ही दौड़ लगानी पड़ती है?

जवाब : ऐसा नहीं है। हर जगह पानी की दिक्कत नहीं है। एचवाइडीटी लगाए गए हैं। लेकिन लोग थोड़ा चलना नहीं चाहते। इसलिए उन्हें परेशानी हो रही है।

डीजे आईनेक्स्ट : रोड पर खुलेआम जानवर टहल रहे हैं, इसे रोकने के लिए क्या किया?

जवाब : अब नगर निगम से कानून बनाया जा रहा है। जानवरों को जब्त कर रख लिया जाएगा। इसके बाद लोग फाइन भरकर छुड़ा सकेंगे।

डीजे आईनेक्स्ट : जेपी मार्केट इस एरिया का सबसे बड़ा मार्केट है, लेकिन कहीं भी डस्टबिन नहीं है?

जवाब : हर दिन सफाई कराई जाती है। लेकिन डस्टबिन लगाने को कहा गया है।

-रत्नेश्ा कुमार सिंह, पार्षद, वार्ड 39