लोगो: वार्ड स्कैन-वार्ड 05
स्लग: सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम के चक्कर में बिगड़े हालात, पीने के पानी का भी संकट
वार्ड पार्षद
हुस्ना आरा, बीएड
वार्ड की आबादी : 19,774
वोटर : 7347
मोहल्ला
बड़गाई बस्ती, पीएचइडी कॉलोनी, रामटहल चौधरी हाइ स्कूल, बूटी का अंश, बैंक कॉलोनी, वैक्सपॉल फैक्ट्री, टंगरा टोली, आनंद नगर कॉलोनी
क्या है मेन डिमांड
-रोड बने, ताकि दलदल से निजात हो
-पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो
-सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त किया जाए
-साफ-सफाई पर विशेष ध्यान होना चाहिए
RANCHI (11 Feb): किसी भी वार्ड का विकास तभी होता है, जब रोड और नालियों का भी निर्माण कराया जाए। लेकिन जब दोनों ही न बने तो वार्ड का विकास भला कैसे हो सकता है। कुछ ऐसी ही हालत वार्ड पांच की है, जहां सीवरेज ड्रेनेज के चक्कर में आजतक न नाली बन पाई और न ही रोड का निर्माण हो सका। नतीजन, वार्ड की सूरत ही बिगड़ गई है। वहीं, परिसीमन के बाद भी वार्ड की सूरत बदल गई है। जहां वार्ड 5 किशनपुर व लेंब बस्ती, बूटी रोड में बड़गाई मोड़ से शिवाजी चौक होते हुए डुमरदगा सिमाना, डुमरदगा सीमाना, बड़गाई चौक से बड़गाई रोड में लेंब चौक नगर निगम सीमाना तक हो गया है। इसकी आबादी 19,774 हो गई है।
कितने नंबर
-रोड : 3
-नाली : 4
-पानी : 5
-ि1सवरेज : 2
सड़क
3-10
बड़गाई बस्ती में मुख्य सड़क से हटकर सड़कों की हालत ठीक नहीं है। यूं कहें तो उन सड़कों का आजतक निर्माण ही नहीं हो सका है। अब तो सीवरेज और ड्रेनेज के चक्कर में रोड कब बनेगा, इसकी भी कोई गारंटी नहीं है।
नाली
4-10
इस वार्ड में सबसे अधिक नालियां हैं। लेकिन अधिकतर नालियां तो आजतक बनी ही नहीं हैं। और जो नालियां पक्की हैं, उसकी सफाई भी नहीं कराई जाती है। इससे वार्ड में सफाई व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पानी
5-10
पार्षद वार्ड में हर व्यक्ति तक पानी पहुंचाने का दावा करते हैं। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। इसके बावजूद वार्ड में लगे चापाकलों को दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है।
वाडर् बोलता है
रोड तो बहुत खराब स्थिति में है। खुदाई करने के बाद आजतक झेल रहे हैं। पैदल चलना भी हमारे लिए मुश्किल बना हुआ है। विकास के नाम पर चारों ओर खुदा हुआ है। गाड़ी से जाना तो इन सड़कों पर खतरे से खाली नहीं है।
प्रमोद कुमार
ड्रेनेज का काम तो हो गया और गड्डे भी भर दिए गए। लेकिन यह पहले से ज्यादा खतरनाक हो गया है। अब मिट्टी धंसने के कारण गाडि़यां भी पलट जा रही हैं। अंधेरे में तो यहां जाना आफत मोल लेने जैसा है।
पानी की दिक्कत है और चापाकल खराब पड़े हैं। आसपास से पानी लाकर काम चलाना पड़ रहा है। आखिर हमलोगों को इन समस्याओं से कब निजात मिलेगी। रोड भी पहले से ज्यादा खराब हो गया है।
जवाब दो पार्षद जी
डीजे आईनेक्स्ट : बड़गाई बस्ती और लेंब रोड की हालत सबसे अधिक खराब है। पाइपलाइन बिछाने के बाद भी स्थिति जस की तस है?
जवाब : हमने तो अपने स्तर से काफी काम कराया। नगर निगम की सुविधा के लिए जमीन भी हमने ही ढूंढकर उपलब्ध कराया। अब सीवरेज के काम के लिए सड़कों को खोदा गया है, तो इसमें कुछ नहीं कहा जा सकता।
डीजे आईनेक्स्ट : सफाई के दावे किए जाते हैं, लेकिन नालियां जाम पड़ी हुई हैं?
जवाब : जहां तक हो हमारी ओर से सफाई कराई जाती है। चूंकि कुछ जगहों पर सीवेरज का काम होना है तो नालियों पर ध्यान नहीं गया होगा। अगर हमें दोबारा मौका मिलता है तो हम वार्ड का विकास जरूर करेंगे।
डीजे आईनेक्स्ट : पानी की समस्या के बावजूद चापाकल खराब पड़े हैं?
जवाब : अब हर चीज के लिए हमें नगर निगम पर निर्भर रहना पड़ता है। पानी की समस्या दूर करने के लिए भी कई बार आवाज उठाई गई है। चापाकल जो भी खराब है उसे देख लिया जाएगा और बनवाने की कोशिश करेंगे। हमें लोगों की परेशानी का अंदाजा है।
हुस्ना आरा, पार्षद, वार्ड-5