RANCHI: सिटी में कचरे का उठाव बंद हो जाने के कारण नर्क जैसे हालात हो गए हैं। एमटीएस से काम ठप हो चुका है। वहीं, डोर टू डोर कलेक्शन भी नहीं होने से घरों में कचरे का अंबार लग गया है। स्थिति यह हो गई है कि अब लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद रांची नगर निगम कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर रहा है। अगर जल्दी ही निगम कचरा उठाने की कोई व्यवस्था नहीं करता है, तो महामारी फैलने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

नहीं आ रहे सफाईकर्मी

एमएसडब्ल्यू के स्टाफ ने काम पर आना बंद कर दिया है। पहले की तुलना में अब फ्0 परसेंट स्टाफ ही काम कर रहे है। उसमें भी स्टाफ्स ढंग से काम नहीं कर रहे है। चूंकि स्टाफ्स को कंपनी रेगुलर पेमेंट नहीं कर रही है।

पार्षदों ने लगाए अपने मजदूर

सफाई व्यवस्था ठप हो जाने के बाद सबसे बड़ी समस्या पार्षदों के सामने खड़ी हो गई है। ऐसे में पार्षदों ने अपने मजदूर लगाकर सफाई शुरू तो कर दी है। लेकिन इससे भी हर घर से कचरे की सफाई कराना संभव नहीं है। चूंकि उनका पेमेंट भी पार्षदों को अपनी जेब से करना पड़ रहा है।

जानिए, कहां क्या है हाल।

सिरमटोली

निगम की ओर से लगाया डस्टबिन फुल हो चुका है। अब कचरा रोड पर पसर रहा है। वहीं, आवारा पशु भी गंदगी फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

कांटाटोली

कांपैक्टर फुल हो चुके हैं। अब कचरा कलेक्शन भी बंद है। वहीं एमटीएस में बाहर पड़ा कचरा लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है।

नागाबाबा खटाल

एमटीएस में मजदूर तो है लेकिन गाडि़यां फुल है। और एमटीएस के बाहर खाली होने के इंतजार में खड़ी है।

बिरसा चौक

कचरे का अंबार लगा हुआ है। कई दिनों से यहां पर निगम के मजदूर सफाई के लिए नहीं आए हैं।

वर्जन

शहर की स्थिति तो काफी खराब हो गई है। अब बोर्ड की मीटिंग में कंपनी को हटा दिया जाएगा। आखिर कब तक पब्लिक परेशानी का सामना करेगी।

-आशा लकड़ा, मेयर, रांची