- पीएचईडी से फायर डिपार्टमेंट की चल रही है बातचीत

- सप्लाई वाटर के ऊपर लगाया जाएगा पिलर पोस्ट हाइड्रेन

- डायरेक्ट ग्राउंड वाटर का यूज किया जा रहा है आग बुझाने में

- हर दिन एक गाड़ी फेंकती है 4.5 हजार लीटर वाटर

PATNA: पटेल नगर में लगी आग में फायर ब्रिगेड की चार गाडि़यों का यूज कर आग पर काबू पाया गया था। इन चार गाडि़यों में क्8000 लीटर पानी का यूज किया गया। इन दिनों हर जगह वाटर मैनेजमेंट से लेकर ग्राउंड वाटर सेफ्टी की बात चल रही है। बावजूद आग बुझाने के लिए आज भी धड़ल्ले से ग्राउंड वाटर का यूज किया जा रहा है। इसके लिए पटना के हर फायर स्टेशन पर एक हाइड्रेन सिस्टम लगाया गया है, जो डायरेक्टर मिनटों में इतने पानी को खींच कर गाड़ी में भर देगा। गवर्नमेंट से लेकर फायर डिपार्टमेंट पानी की इस किल्लत को दूर करने और आसपास के एरिया में पानी की अवेबिलिटी पर लगातार प्लान बनाने में जुटा है। इसके तहत अब ग्राउंड वाटर को डायरेक्ट लेने के बदले ट्रीटेड वाटर और सप्लाई वाटर के प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है।

सप्लाई वाटर सिस्टम से जोड़ने की मुहिम

जल्द ही पटना नगर निगम एरिया में आग बुझाने के लिए फायर डिपार्टमेंट को पानी के लिए भागमभाग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि सप्लाई वाटर सिस्टम से डायरेक्ट ही पाइप को जोड़ दिया जाएगा। स्टेट फायर ऑफिसर क्लेमेंट फ्लोरियन ने बताया कि इसके तहत पीएचईडी से बात चल रही है। इसमें वाटर सप्लाई के ऊपर ही पिट बनाकर पिलर पोस्ट हाइड्रेन लगा दिया जाएगा। ताकि उस पिट के ऊपर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पाइप लगाकर डायरेक्ट पानी का यूज कर सके। इससे गाड़ी की संख्या और मैन पावर दोनों का कम से कम यूज होगा, यह प्रोजेक्ट अभी चल रहा है।

सीवरेज वाटर का ट्रीटमेंट के बाद यूज

फायर डिपार्टमेंट को पीएचईडी की ओर से जल्द ही सीवरेज पानी भी सप्लाई करके दिया जाएगा। हर दिन चार सौ से लेकर छह सौ एमएलडी पानी शहर से निकलता है। ऐसे में उस पानी को ट्रीट कर आग की घटना को कंट्रोल करने के लिए यूज किया जाएगा। इससे पहले भी कई स्टेट में इस तरह के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।

जंक्शन, मॉल, मार्केट एरिया में लगेगा पिलर पोस्ट

सप्लाई वाटर के ऊपर पिलर पोस्ट का यूज किया जाएगा। इसके पिट को सिर्फ फायर डिपार्टमेंट ही खोल सकता है। पीएचईडी सोर्सेज की मानें तो जंक्शन, मॉल, मार्केट, हॉस्पिटल एरिया में पिलर पोस्ट जल्द ही लगाया जाएगा। ताकि आग लगने की घटना होने पर फायर ब्रिगेड की गाडि़यां घटनास्थल पर पहुंचकर लगातार पानी फेंक सकें।

ग्राउंड वाटर की खपत हो कम

फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट ग्राउंड वाटर का यूज कम से कम करे, इसके लिए पीएचईडी लगातार नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। पीएचईडी सोर्सेज की मानें तो ग्राउंड वाटर का यूज पानी बुझाने के लिए नहीं करना चाहिए, जबकि शहर में कई मिट्रीक टन वाटर हर दिन वेस्ट हो रहा है। जल्द ही इसको अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसके बाद ट्रीटेड वाटर का यूज आग बुझाने के लिए किया जाएगा।