RANCHI: राजधानी में सफाई करने वाली अब कचरा उठाने में असमर्थ हो गई है। शुक्रवार को भी एक ट्रिप घरों से कचरा उठाने के बाद एजेंसी ने काम बंद कर दिया। चूंकि एजेंसी के पास गाडि़यों में डीजल भरवाने के लिए भी पैसे नहीं है। वहीं मदर कंपनी एसेल इंफ्रा ने भी आरएमएसडब्ल्यू को फाइनेंशियल सपोर्ट करने से हाथ खड़े कर दिए है। इससे आरएमएसडब्ल्यू पूरी तरह से अप नगर निगम के भरोसे है। जब एजेंसी को निगम से पैसा मिलेगा तो सिटी में सफाई होगी।

एजेंसी के पास डीजल भराने के पैसे नहीं

सफाई करने वाली एजेंसी की 100 से अधिक गाडि़यां 33 वार्डो में कचरा कलेक्शन करती हैं। लेकिन एजेंसी के पास अब डीजल भराने के भी पैसे नहीं बचे हैं। इससे गाडि़यां एमटीएस से बाहर डोर टू डोर कलेक्शन के लिए नहीं जा पा रही हैं। स्थिति यह है कि डोर टू डोर कलेक्शन नहीं होने से एकबार फिर लोगों के घरों में कचरे का अंबार लगने लगा है।

एजेंसी का आरोप, सभी वार्डो में नहीं मिला काम

आरएमएसडब्ल्यू को पूरी राजधानी में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन करने का जिम्मा दिया गया था। लेकिन दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रांची नगर निगम ने सभी वार्डो में एजेंसी को काम नहीं दिया है। वहीं एजेंसी ने 53 वार्डो के हिसाब से गाडि़यों की खरीदारी कर ली थी। लेकिन आजतक 33 वार्डो में ही डोर टू डोर कलेक्शन करने को कहा गया है। इस वजह से एजेंसी के पास फंड भी खत्म हो गया है। वहीं, एजेंसी को हर महीने लगभग 1.20 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। यह आरोप आरएमएसडब्ल्यू के अधिकारी ने नगर निगम पर लगाया है।

सफाई स्टाफ्स को भी नहीं मिला पेमेंट (बाक्स)

एजेंसी ने सिटी में सफाई के लिए ड्राइवर, स्टाफ और स्वीपर भी रखे हैं। ऐसे में एजेंसी को पेमेंट नहीं मिलने से स्टाफ्स का भी पेमेंट रोक दिया गया है। अब स्टाफ्स ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि पेमेंट मिलने के बाद ही वे काम पर लौटेंगे। वहीं एजेंसी भी पेमेंट मिलने के बाद ही डोर टू कलेक्शन का काम करेगी।

वर्जन

हमलोगों को ऐसी जानकारी मिली है। नगर निगम से एजेंसी को जो टिपिंग फी मिलती है, वो दी जाएगी। कुछ काम के लिए पैसे भी एजेंसी के काटे जाएंगे। हमलोग तो पेमेंट कर देते हैं। अब एजेंसी को थोड़ा तो बैकअप लेकर चलना होगा। हमलोग खुद से वेस्ट कलेक्शन कर रहे हैं। जल्द ही एजेंसी को लेकर फैसला हो जाएगा।

डॉ। किरण कुमारी, असिस्टेंट हेल्थ आफिसर, आरएमसी