PATNA : शराबबंदी में भी शराब का कारोबार नहीं थम रहा है। पुलिस और अन्य एजेंसियां पूरी तरह से सख्त हैं इसके बाद भी शराब तस्करों का नेटवर्क नहीं टूट रहा है। अफसरों का मंथन चला और तय हुआ कि तस्करों की खुफिया मुखबिरी कराई जाए। अब प्लान तैयार हो गया और चौकीदारों को पहरेदार बना दिया गया है। सरकार के अपर सचिव रंजन कुमार सिंहा ने आदेश जारी कर चौकीदारों को बड़ी जिम्मेदारी में लगाने को कहा है।

 

चौकीदारों पर बड़ी जिम्मेदारी

गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में चौकीदारों को पुलिस का बड़ा सूचना तंत्र के रूप में तैयार किया जा रहा है। हालांकि पहले भी वह इसी रूप में काम कर रहे थे लेकिन पुलिस कर्मियों के आपसी सामंजस्य नहीं बन पाने के कारण वह थाना तक सिमटकर रह गए। फिर से उन्हें एक्टिव कर सुरक्षा की बड़ी कड़ी के रूप में तैयार किया जा रहा है।

 

चूक हुई तो चौकीदारों पर सामत

गृह विभाग से जारी आदेश में सुरक्षा को लेकर कहा गया है कि यदि क्षेत्र में किसी तरह से शराब का अवैध निर्माण, भंडारण, व्यवसाय या फिर उपयोग की घटनाएं होती हैं तो चौकीदार, दफादार या फिर वरीय दफादार को इसकी सूचना तत्काल खुफिया तौर पर संबंधित थानाध्यक्ष को देना होगा। अगर चौकीदारों ने सूचना छिपाई और संबंधित थाना क्षेत्र में धंधा चलता रहा तो चौकीदारों को बख्शा नहीं जाएगा। चौकीदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चौकीदार को इसके लिए दोषी माना जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 

शराब के कारोबार से सरकार हलकान

गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि शराबबंदी कानून के बाद भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शराब के कारोबार की घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस और उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों को कड़ा आदेश है लेकिन प्रभावी रूप से अंकुश नहीं लग पा रहा है। कई घटनाएं राज्य सरकार के संज्ञान में आई हैं जिसके लिए न्याय प्लान बनाया गया है।

चौकीदार संवर्ग ग्रामीण क्षेत्रों में विधि व्यवस्था में सहयोग के साथ अन्य मामलों में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सरकार के संज्ञान में शराब के कारोबार के मामले आए हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए चौकीदारों को खुफिया तौर पर लगाया जाएगा, संलिप्तता मिली तो उन्हें भी आरोपित बनाया जाएगा।

रंजन कुमार सिंहा, सरकार के अपर सचिव गृह विभाग