RANCHI : प्री मॉनसून की फुहारें हो रही है, लेकिन पीने के पानी का संकट बरकरार है। सिटी के ऐसे कई इलाके हैं जहां पिछले 15 दिनों से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इन इलाकों के बाशिंदों को हर दिन पानी की जुगाड़ के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। यहां वाटर सप्लाई बाधित है। ऐसे में नगर निगम का वाटर टैंकर जैसे ही यहां आता है, पानी लेने के लिए लोगों की जमात जुट जाती है। कई बार तो लोग पानी की खातिर आपस में ही भिड़ जाते हैं। ऐसे में सहज ही समझा जा सकता है कि सिटी में किस कदर पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।

कम मिल रहा पानी

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के इंजीनियर सुनील कुमार ने बताया कि राजधानी रांची में वाटर सप्लाई नॉर्मल हो चुकी है। गोंदा, हटिया और रुक्का डैम से पानी की सप्लाई हो रही है, लेकिन हकीकत है कि नलों से पानी काफी कम देर के लिए ही गिर रहा है, जो घरेलू कामकाज के लिए के लिए नाकाफी है। इतना ही नहीं, नल की धार भी काफी स्लो है, ऐसे में वाटर सप्लाई होने के बाद भी पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है। सोमवार को मेन रोड, हिंदपीढ़ी, पुरानी रांची, चर्च रोड, ढेला टोली इलाकों में बहुत कम देर के लिए पानी की सप्लाई की गई।

कम पड़ रहा है टैंकर से सप्लाई

सिटी के जिन इलाकों में वाटर सप्लाई के लिए पाइपलाइन नहीं है अथवा जो इलाके ड्राई जोन घोषित हो चुके हैं, वहीं नगर निगम टैंकर के मार्फत वाटर सप्लाई कर रही है। लेकिन, इन इलाकों में हर दिन जितने टैंकर पानी की जरूरत है, वह नहीं मिल रही है। ऐसे में टैंकर के आते ही पानी लेन के लिए लोग दौड़ पड़ते हैं। ऐसे में कई बार लोग पानी की खातिर आपस में मारपीट तक कर लेते हैं।

चल रहा है पाइपलाइन बिछाने का काम

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के इंजीनियर प्रभात कुमार ने बताया कि शहर में नई पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। डोरंडा के कुसई कॉलोनी में 35 किमी पाइप बिछाई जानी है, जिसमें 14 किमी तक का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा हरमू के लोअर साइड एरिया में भी पाइपलाइन बिछाई जा रही है। इसके अलावा शहर के उन इलाकों में भी पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जहां वाटर सप्लाई नहीं होती है।