- पानी की किल्लत को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश, सरकार को चेतावनी

- माजरी माफी और मोहकमपुर के कई इलाकों में पेयजल का भीषण संकट

- स्थानीय लोगों की मांग इलाके को संवेदनशील किया जाए घोषित

देहरादून, तपिशभरी गर्मी के बीच माजरी माफी व मोहकमपुर इलाके के बाशिंदे पानी के लिए तरस रहे हैं। रोज पानी के लिए संघर्ष कर थक चुके लोगों ने अब दोनों इलाकों को ही संवेदनशील घोषित करने की मांग की है। संडे को स्थानीय लोगों ने इस संबंध में बैठक की और इलाके में गंभीर जल संकट को देखते हुए सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी। मांग की गई कि माजरीमाफी और मोहकमपुर में 4 नये नलकूप खोले जाने तक दोनों इलाकों को संवेदनशील घोषित किया जाए।

इलाके में लगें 4 नलकूप

इलाके की केसर जन कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष एनके गुसांई के नेतृत्व में हुई बैठक में स्थानीय लोगों ने पानी को लेकर अपनी दिक्कतें शेयर कीं। बताया कि इलाके में पीने के पानी के लिए रोज संघर्ष करना पड़ रहा है और सरकार कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर रही। स्थानीय लोगों ने इलाके में चार नए नलकूप लगवाने की मांग की। बैठक में अवधेश नौटियाल, अनिल नैथानी, एमएस रावत, शंम्भू प्रसाद डंडरियाल, मुकेश डंडरियाल,डॉ। पंकज किमोठी, एमएस रावत, शशांक बिष्ट, विवेक रावत आदि कई लोग मौजूद रहे।

इन इलाकों में दिक्कत

ऋषि विहार, शिवनारायण विहार, शिवशक्ति एनक्लेव, कृष्ण विहार, कृष्णापुरम, गणेशपुरम, भगवतीपुरम, राजेश्वरीपुरम, शिवनंदा विहार, चंद्रबदनी एनक्लेव, ब्रह्मपुरी, विश्वनाथपुर, मोहकमपुर कलां, कलिंका विहार, महादेवपुरम, वाल्मीकि बस्ती, रतनसिंहपुरम, संतोषनगर, गढ़ विहार, गढ़निवास आदि।

गर्मी में कैसे तर करें हलक

माजरी माफी में पानी के लिए अब तक ऐसी परेशानी कभी देखने को नहीं मिली। गर्मी चरम पर है, लोगों को पानी की जरूरत है, लेकिन यहां तो पीने तक को पानी पर्याप्त नहीं मिल रहा।

दिनेश कौशल, स्थानीय निवासी

इलाके में पानी की लगातार किल्लत को देखते हुए बीते एक साल से नलकूप लगाने के दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन लगाए नहीं जा रहे। इलाके में चार नलकूप लगाए जाने चाहिए।

राजेंद्र, स्थानीय निवासी

पानी की किल्लत को लेकर कई बार जल सस्थान के चक्कर काट चुके हैं। सरकार को भी ज्ञापन भेज दिए। आश्वासन सब दे रहे हैं, लेकिन लोगों की इस समस्या को हल नहीं किया जा रहा।

एनके गुसांई, स्थानीय निवासी

पानी के लिए लोग परेशान हैं और सुनने वाला कोई नहीं। लोग पानी का बिल भर रहे हैं और उन्हें पानी नहीं मिल रहा। इलाके में जल्द से जल्द पानी की स्थाई व्यवस्था नहीं हुई तो पब्लिक आंदोलन करेगी।

गीतांजलि, स्थानीय निवासी

इलाके को पानी के लिहाज से संवेदनशील घोषित किया जाए। इसके बाद इलाके में कम से कम चार नलकूप खुदवाए जाएं और लोगों को पानी मुहैया कराया जाए।

रानी बहुगुणा, स्थानीय निवासी।