- लोगों, आदत छोड़ो

आज कर रहे बर्बाद, कल बूंद-बूंद को तरसेंगे

आठ महीने में 11.95 मीटर नीचे खिसका वाटर लेवल

पर डे हजारों लीटर पानी हो रहा बर्बाद

ALLAHABAD: जल ही जीवन है का मुहावरा तो सभी जानते हैं। जब वाटर क्राइसिस होती है तो लोग इसी को दोहराते हैं। लेकिन वास्तविकता ये है कि वह जल के महत्व को समझना ही नहीं चाहते। तभी तो पानी की बर्बादी से इन्हें जरा भी गुरेज नहीं है। जिसकी वजह से शहर का ग्राउंड वाटर लेवल तेजी से नीचे भाग रहा है। आठ महीने में वाटर लेवल 5 मीटर से 11.95 मीटर तक नीचे खिसक गया है। नहीं चेते तो आने वाले दिनों में स्थिति भयावह होगी। इसलिए जागिए और पानी की बर्बादी को रोकिए।

वाटर सप्लाई और जरूरत

- जल संस्थान 243 बड़े ट्यूबवेल, 257 मिनी ट्यूबवेल और यमुना से वाटर पंप कर सप्लाई कर रहा 242 एमएलडी पानी

- इसमें पर डे करीब 15 परसेंट वाटर हो रहा है वेस्ट

- ये है जल संस्थान का रिकार्ड, लेकिन हकीकत में जर्जर पाइप लाइन की वजह से और अधिक पानी हो रहा है बर्बाद

पानी की बर्बादी के तीन बड़े कारण

1. सिटी में पानी की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण वाटर लाइन खराब होना है। पुरानी और खराब वाटर लाइन से विभाग 15 परसेंट वाटर लॉस मानता है। लेकिन हकीकत ये है कि लाइन में लीकेज और पुराने पाइप लाइन की वजह से टोटल सप्लाई का करीब 25 परसेंट वाटर बर्बाद हो जाता है।

2. सिटी के 80 वार्ड में करीब दो लाख से अधिक लोगों ने वाटर कनेक्शन ले रखे हैं। लेकिन किस घर में कितना पानी का उपयोग होना चाहिए और लोग कितना इस्तेमाल कर रहे हैं, इसकी जानकारी जलसंस्थान को नहीं हो पाती है। क्योंकि घरों में मीटर नहीं लगा है। इससे लोग जमकर पानी की बर्बादी करते हैं।

3. शहर में हर रोड पर वाटर स्टैंड पोस्ट बनाए गए हैं। हर रोड पर 10-20 वाटर स्टैंड पोस्ट मिल जाएंगे। जिनके नलों को लोगों द्वारा खुला छोड़ दिया जाता है। जिससे पानी बहता रहता है। शहर में करीब चार हजार से अधिक वाटर स्टैंड पोस्ट लगाए गए हैं। जिनसे सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद होता रहता है।

4. फिलहाल जो सिस्टम चल रहा उसमें किसी को भी बोरिंग कराकर वाटर यूज करने की आजादी है। इस आजादी का इस्तेमाल कर सिटी में कुछ लोग बिजनेस कर रहे हैं। जगह-जगह जहां कार और बाइक वाशिंग सेंटर खोल कर धुलाई के नाम पर हजारों लाखों लीटर पानी बहा रहे हैं। मशीन चालू कर कार की धुलाई करने में 50 से 60 लीटर पानी खर्च होता है।

वाटर लेवल-

लोकेसन- अक्टूबर 2014- जून 2015 गिरावट

आईइआरटी- 12.45 24.40 11.95

कर्नलगंज 3.70 9.80 6.1

एमबी कॉलेज 2.65 8.00 5.38

न्याय मार्ग

एमएल स्कूल 11.74 16.80 5.05

करेलाबाग

ऋषिकुल विद्यालय 6.00 10.30 4.30

अशोक नगर

प्राइमरी स्कूल 19.00 23.25 4.25

पीपलगांव

खुल्दाबाद 10.50 14.20 3.7

पुलिस स्टेशन

फॉरेस्ट ऑफिस 5.90 9.40 3.5

जार्ज टाउन

बेली हॉस्पीटल 15.80 19.10 3.3

सिंचाई कॉलोनी 18.90 20.85 2.75

गोविंदपुर

- जिस तरह से ग्राउंड वाटर लेवल नीचे खिसक रहा है। वह पूरे शहर के लिए खतरे की घंटी है। सिविल लाइंस एरिया में वाटर लेवल खतरनाक पोजिशन पर पहुंच गया है। यानी यहां 25.35 मीटर पर पानी का लेवल पहुंच चुका है। आठ महीने में करीब 11.35 मीटर वाटर लेवल नीचे जाना काफी गंभीर है।

खेमराज दुबे

एक्जीक्यूटिव इंजीनियर

ग्राउंड वाटर डिपार्टमेंट