RANCHI:सिटी के ड्राई जोन माने जानेवाले इलाकों में गरमी की दस्तक से पहले ही पानी के लिए हाहाकार मचने लगा है। मामला गंभीर इसलिए भी है क्योंकि डैम के किनारे रहने वाले लोगों की स्थिति भी पानी के मामले में दयनीय होती जा रही है। सप्लाई पानी उन घरों तक पहुंच ही नहीं पा रहा है जिनसे लाखों रुपए वाटर टैक्स के नाम पर लिए जाते हैं। मामले में जब लाइनमैन से सवाल पूछे जाते हैं तो उसका कहना है कि बिजली की कमी के कारण पानी की सप्लाई बाधित हो जा रही है।

टैंकर से जलापूर्ति

पानी के इस हाहाकार के बीच नगर निगम के टैंकर से जरूरतमंद लोगों के बीच पानी बेचा जा रहा है। निगम का जोर उन इलाकों में सप्लाई पानी पहुंचाने से ज्यादा टैंकरों के पानी को बेचने पर है। लोगों की मजबूरी है कि पीने के लिए तो जार या मिनरल वाटर के पानी का उपयोग कर लेते हैं लेकिन नहाने और अन्य रोजमर्रा के कार्यो के लिए टैंकर के पानी का इस्तेमाल ही करना पड़ता है। शहर का रातू रोड, मोरहाबादी, व‌र्द्धवान कम्पाउंड, लालपुर, बरियातू समेत कई इलाके इस समस्या से ग्रसित हैं।

रातू, कांके रोड में त्राहिमाम

रातू रोड और कांके रोड में डैम साइड रहने वाले लोगों का कहना है कि उनका मकान तो डैम के किनारे है लेकिन उसके बावजूद उन्हें पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ती है। गरमी के दिनों में तो फिर भी पानी की समस्या समझ में आती है लेकिन बारिश और ठंड में भी पानी की कमी समझ से परे है। पीडि़तों को बारिश के मौसम में भी पानी खरीदकर काम चलाना पड़ता है।

सारे डैम फुल, फिर भी नहीं सप्लाई

मानसून की जबरदस्त बारिश के कारण सारे डैम और जल के स्त्रोत करीब-करीब भरे हुए हैं। लेकिन उसके बावजूद लोगों तक सप्लाई का पानी नहीं पहुंच रहा है। लोग परेशान हैं कि आखिर किस कारण से पानी नहीं आ रहा है। हालांकि, बारिश के कारण कुंए और बोरिंग में पानी का स्तर कुछ बेहतर हो गया है। इसलिए पानी के खरीदार कम हो गए हैं।

हर परिवार खरीद रहा 15 हजार का पानी

4000 लिटर का टैंकर 800 रुपए में लोगों तक पहुंचता है। ड्राई जोन में रहने वाले एक परिवार द्वारा हर माह करीब करीब 10 से 15 हजार रुपए का पानी खरीदा जा रहा है। अनुमान लगाया जा सकता है कि यह व्यवसाय करोड़ों रुपए का हो गया है इसलिए कर्मियों से लेकर अधिकारियों तक की मिलीभगत चल रही है।

वर्जन

हमारे इलाके में सालों भर पानी की समस्या रहती है। महीने में 10 दिन ही सप्लाई का पानी मिल पाता है अन्यथा पूरे महीने पानी खरीदकर ही काम चलाना पड़ रहा है।

गौरी शंकर सारंगी

लोगों को पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है। सप्लाई का कनेक्शन लिया है, टैक्स भरते हैं लेकिन पानी समय पर नहीं मिलता है। पानी के रुपए की वसूली तो नगर निगम जमकर करता है लेकिन सुविधा के संबंध में किसी को कोई जानकारी नहीं।

सुरेन्द्र साहू

वर्जन

सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि निर्धारित समय पर पानी की सप्लाई करें, फिर भी कई इलाकों से इस तरह की शिकायत आ रही है। कभी-कभी तकनीकी प्राब्लम समझ में आती है लेकिन हमेशा इस तरह सप्लाई न होना छानबीन का मसला है।

अरविंद कुमार शर्मा, सूपरिंटेंडिंग इंजीनियर, वाटर बोर्ड