छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : लगातार गिरते भूगर्भ जल स्तर को संभालने की कोशिश शुरू हो गई है। उपायुक्त डा। अमिताभ कौशल ने जमशेदपुर अक्षेस, मानगो अक्षेस और जुगसलाई नगर पालिका के विशेष अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शहर के सभी अपार्टमेंट और शापिंग कांप्लेक्स की जांच कराई जाए। जिन इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का सिस्टम नहीं है उनके नक्शे और परमिट रद किया जाए। साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाने वाले बिल्डरों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

नगर निकाय की मिलीभगत

गौरतलब है कि बहुमंजिली इमारतों में हर हाल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए सिस्टम लगाने का प्रावधान है। बिना यह सिस्टम लगाए नक्शा पास नहीं होना है। लेकिन, नगर निकाय के अभियंताओं की मिली भगत से अधिकतर अपार्टमेंट और शॉपिंग काम्पलेक्स में यह सिस्टम नहीं लग पाया है। नगर निकाय जो नक्शा पास करते हैं उसमें तो बिल्डर इमारत में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का लगना दिखाता है लेकिन जब इमारत बनती है तो उसमें यह सिस्टम नहीं बनाया जाता। नियमानुसार नगर निकायों के इंजीनियरों की जिम्मेदारी है कि वह नक्शे के साथ इमारत का मिलान करने के बाद ही बिल्डर को अक्यूपेंसी सर्टिफिकेट जारी करे लेकिन ऐसा नहीं होता। इसी के चलते ज्यादातर बिल्डर बिना रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए ही काम चला रहे हैं।

कई अपार्टमेंट व शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर गिरेगी गाज

माना जा रहा है कि अगर नगर निकायों ने ईमानदारी से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच का अभियान चलाया तो बड़ी संख्या में ऐसे अपार्टमेंट और शापिंग कांप्लेक्स मिलेंगे जहां यह सिस्टम लगाया ही नहीं गया। कार्रवाई के नतीजे में इन इमारतों में जहां यह सिस्टम लग जाएगा वहीं इससे भूजल संरक्षण में मदद मिलेगी और शहर का भू जल स्तर ऊपर उठेगा।