प्रशासनिक अधिकारी करते रहे भ्रमण, आपदा राहत से मांगी गई नाव

जलस्तर बढ़ने से शेल्टर में पहुंचने लगे बाढ़ पीडि़त

ALLAHABAD: गंगा-यमुना का लगातार जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में हाहाकार मच गया है। मंगलवार की शाम तक बघाड़ा और सलोरी के कई इलाकों में पानी घुस जाने से लोग घर पलायन की तैयारियों में लग गए। देर शाम तक पीडि़तों ने शेल्टर में दस्तक में दे दी थी। उधर, प्रशासन ने मौके की नजाकत को देखते हुए आपदा राहत से नाव की मांग की और एनडीआरएफ को भी सतर्क कर दिया गया।

नही रुका पानी बढ़ने का क्रम

उम्मीद थी कि मंगलवार की शाम तक नदियों के जलस्तर बढने में रोक लग जाएगी लेकिन ऐसा नही हुआ।

शाम चार बजे तक गंगा का जलस्तर 83 मीटर के स्तर को पार कर चुका था।

इसके अलावा यमुना भी अपने वेग में बढ़ रही थीं।

ऐसे में सलोरी और बघाड़ा के कुछ इलाकों के घरों में मंगलवार की शाम बाढ़ के पानी ने दस्तक दे दी थी।

ऐसे में नजदीक बने एनी बेसेंट स्कूल में एक दर्जन से अधिक लोगों के पहुंच गए।

उपलब्ध कराई गई नाव

प्रशासनिक अधिकारियों ने नदियों के रौद्र रूप को देखते हुए दोपहर में एनडीआरएफ की टीम को बुलवा लिया।

उनके साथ बैठकर बाढ़ से निपटने की रणनीति पर विचार किया गया।

इसी तरह आपदा विभाग से नाव की मांग की गई।

बताया गया कि उत्तराखंड से पानी छोड़ने का क्रम जारी है।

एमपी की नदियों का पानी यमुना के जलस्तर में वृद्धि कर रहा है।

जलस्तर पर एक नजर

खतरे का निशान- 84.73 मीटर

फाफामऊ- 83.09 मीटर

बढ़ोतरी- 11 सेमी

छतनाग- 82.22

बढ़ोतरी- 6 सेमी

नैनी- 82.86 मीटर

बढ़ोतरी- 4 सेमी

एनडीआरएफ को सतर्क किया गया है। नाव की व्यवस्था भी कर ली गई। शेल्टर्स पर लेखपालों को तैनात कर दिया गया है। अगर कोई पीडि़त आता है तो उसे ठहरने में कोई दिक्कत नही होनी चाहिए।

तहसीलदार सदर, इलाहाबाद