- शहर के कई स्थानों पर हो जाता है जलभराव

- निकाय चुनाव में अहम मुद्दों में से एक है जलभराव का मुद्दा

Meerut । शहर में आगामी 22 नवंबर को वोटिंग है। जैसे- जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे चुनाव में नए मुद्दे भी सामने आ रहे हैं। आम लोगों का कहना है शहर में पानी की निकासी ठीक नहीं है। जिसके कारण बारिश के दिनों में पूरा शहर जलमग्न हो जाता है। कई इलाके तो ऐसे है जहां पर जलभराव की समस्या कई दिनों तक बनी रहती है। हद तो तब हो जाती है तब निगम से शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है।

जलभराव से होती है मुश्किल

शहर के कई इलाके ऐसे है जहां पर हल्की सी भी बारिश हो तो जलभराव हो जाता है। हालत यह हो जाती है कि घरों के अंदर तक पानी पहुंच जाता है। इसमें मुख्य रूप से ब्रह्मापुरी , बच्चा पार्क, लाला का बाजार, सरायलाल दास, दिल्ली रोड, माधवपुरम, लिसाड़ी गेट, श्यामनगर, ऊंचा सद्दीक नगर, नीचा सद्दीक नगर, सोतीगंज सहित शहर के कई इलाके ऐसे है जहां पर बारिश होने के बाद जलभराव हो जाता है।

सीवर लाइन भी चोक

शहर की अधिकांश सीवर लाइन चोक पड़ी है। इसके कारण पानी की निकासी नहीं होती है। नगर निगम को सीवर लाइन की सफाई किए हुआ सालों हो गए। सीवर लाइन चौक होने का मुख्य कारण गंदगी और डेयरियों से निकलने वाला गोबर है।

वर्जन

शहर में कहीं पर भी पानी की निकासी ठीक नहीं है। यदि पानी की निकासी ठीक होती तो जलभराव की समस्या ही नहीं होती। हर बार बारिश में जलभराव की समस्या होती ही है। नगर निगम इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता है।

सीताराम

नगर निगम के अलावा नेताओं को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। चुनाव के समय तो हर नेता समस्या का निदान करने की आश्वासन देता है। लेकिन चुनाव जीतने के बाद सारे आश्वासन केवल बातों तक सीमित रह जाते हैं।

एसके गोयल

चुनाव में महापौर के प्रत्याशी शहर को स्मार्ट बनाने की बात कह रहे हैं। लेकिन चुनाव जीतने के बाद वह शहर को कितना स्मार्ट बनाते हैं यह तो बाद में ही पता चल पाएगा। वैसे हर कोई नेता विकास की बात करता है। लेकिन करता कोई नहीं है।

सतीश गुप्ता

जलभराव की समस्या कोई नई है। हर बार चुनाव में नेताओं को जलभराव की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद समस्या का समाधान करने की भी बात कही। लेकिन आज तक समाधान किसी ने नहीं किया।

शिव कुमार

जलभराव की समस्या पहले की अपेक्षा काफी कम है। जहां पर पहले कई-कई दिनों तक जलभराव रहता था वहां पर अब थोड़ी देर बाद ही पानी की निकासी हो जाती है। सीवर लाइन और नालों की सफाई नियमित कराई जा रही है।

डॉ। कुंवर सेन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम