- 24 घंटे से लगातार हो रही है बारिश
- 103.2 एमएम बारिश की गई रिकॉर्ड
- 9 जुलाई तक होती रहेगी बारिश, मौसम विभाग का है पूर्वानुमान
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- मानसून की दस्तक के साथ ही खुल गई नगर निगम की तैयारियों की पोल
- सीएम सिटी में जिम्मेदारों की लापरवाही से हर तरफ जलजमाव
GORAKHPUR: मानसून की दस्तक के साथ ही सीएम सिटी गोरखपुर में जिम्मेदारों की लापरवाही सामने आने लगी है। 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद शहर के मेन मार्केट से लेकर मोहल्लों की गलियां तक जलजमाव का शिकार हो गई। यहां तक कि डीएम ऑफिस, जिला अस्पताल तक के कैम्पस में भी पानी पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में 103.2 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है और मौसम विभाग की मानें तो 9 जुलाई तक यूं ही बारिश होती रहेगी। यानी अभी शहर का और भी बुरा हाल होने वाला है।
रात-दिन होती रही बारिश
मंगलवार शाम साढ़े चार बजे से शुरू हुई बारिश रातभर होती रही। कुछ-कुछ देर तक के लिए बारिश रुकी भी लेकिन फिर शुरू हो जाती। इस तरह यह सिलसिला बुधवार को दिन में भी जारी रहा। रात में हल्की फुहारों वाली बारिश बुधवार को जमकर हुई। रात में भी बारिश जारी ही रही। इससे बारिश का मीटर ऊपर आता गया। बुधवार को हुई बरसात साल और सीजन की अब तक सबसे अच्छी बारिश रही।
वीआईपी एरियाज भी डूबे
बारिश के बाद शहर के आम मोहल्लों की क्या कहें, वीआईपी एरियाज भी डूब गए। गोलघर, सिनेमा रोड, जिलाधिकारी कार्यालय, बेतियाहाता, गोरखनाथ, धर्मशाला, रेती और साहबगंज जैसे वीआईपी एरियाज में रोड पर तीन-तीन फीट तक पानी जमा हो गया। वहीं शहर के बाहरी एरिया में तो लोग घरों में ही कैद हो गए। आजाद चौक, रुस्तमपुर, रसूलपुर भट्रटा व चक्सा हुसैन एरिया में लोगों के घरों में पानी घुस गया।
दिनभर भागे अधिकारी
बारिश से पहले तैयारियों पर काम न करने वाले अधिकारी इसके बाद हुई सांसत पर दिनभर अलर्ट रहे। अफसर फील्ड मे निकले। नगर आयुक्त प्रेमप्रकाश सिंह ने शहर के रेगुलेटर से लेकर आधा दर्जन से अधिक एरिया का निरीक्षण किया। सफाईकर्मियों से नालों से पॉलीथिन हटाने को कहा। यह देखकर लोग भी चुटकी लेते रहे कि नाले पहले साफ नहीं किए गए, जब पानी रोड पर आ गया तब इसकी चिंता हुई।
इन इलाकों में भर गया पानी
- दाउदपुर में विधायक डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल के घर के सामने
- एमजी गली
- हट्टी माई मंदिर रोड
- शास्त्री चौक से जिला अस्पताल रोड तक
- असगरगंज
- कौआदह
- बक्शीपुर
- टाउन हाल
- जिला पंचायत रोड
- बेतियाहाता
- कचहरी रोड
- असुरन रोड
- रेती से लेकर गीता प्रेस तक
- शेषपुर
- बसंतपुर तारामंडल
- पिपरापुर
- रुस्तमपुर
- रसूलपुर
- बुद्ध विहार
- सिद्धार्थ कॉलोनी
- टीपी नगर
- बगहा बाबा मंदिर रोड
- धर्मशाला ओवरब्रिज
- तिवारीपुर
- इलाहीबाग
- बिछिया
- चिलमापुर
- तुर्कमानपुर आदि एरियाज
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यहां तो घरों में ही घुस गया पानी
- बिलंदपुर
- अजय नगर भट्टा
- दशहरीबाग
- रसूलपुर
- मदरसा चौक के पीछे
- फुलवरिया
- नौसड़
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कॉलिंग
नगर निगम ने यदि मार्च से ही नालों की सफाई कराई होती तो यह हालत नहीं होती। जुबिली इंटर कॉलेज के सामने जलजमाव से निगम आज तक मुक्त नहीं करा सका।
दीपराज कुशवाहा, प्रोफेशनल
निगम ने यदि नालों की क्षमता डेवलप की होती तो बारिश का पानी आसानी से निकल जाता लेकिन निगम ने ऐसा नहीं किया। वहीं सफाई भी ठीक से नहीं होती।
आजम, सर्विसमैन
नालियों की साफ-सफाई में निगम फेल है। कई मार्केट में नालियों में मिट्टी से भर गई हैं। जब नालियां ही गायब हो जाएंगी तो पानी तो रोड पर बहेगा ही।
बाबी पांडेय, प्रोफेशनल
नगर निगम द्वारा कुछ एरिया में कार्य हो रहा है, लेकिन वह सिस्टमेटिक नहीं है। जलजमाव से निजात दिलाने के लिए भी निगम के पास कोई स्कीम नहीं है।
नौशाद, व्यापारी
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वर्जन
बारिश के बाद शहर में जलजमाव हुआ है लेकिन इससे निपटने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। यदि किसी एरिया में जलजमाव है तो वहां के लोग सीधे नगर निगम के कंप्लेन सेंटर पर कंप्लेन कर कंप्लेन कर सकते हैं। सभी अधिकारियों को सीयूजी नंबर चालू रखने और फोन रिसीव करने का निर्देश दिया गया है।
प्रेमप्रकाश सिंह, नगर आयुक्त
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बॉक्स
हमने पहले ही किया था आगाह
सीएम सिटी के हालात को देखते हुए बारिश में इसके डूबने को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पहले ही जिम्मेदारों को आगाह किया था। इसे लेकर लगातार न्यूज पब्लिश की गई और हर मोहल्ले की हकीकत बताई गई लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार सोए रहे। 'डूबेगा कि बचेगा' कैंपेन के तहत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा उठाई गई प्रॉब्लम को यदि नगर निगम ने दूर करने की कोशिश की होती या फिर दिए गए सॉल्यूशन पर काम किया होता तो बुधवार की बारिश के बाद शहर की यह हालत नहीं होती।