छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: ए-वन स्टेशन का दर्जा प्राप्त टाटानगर स्टेशन पर ट्रेन में पानी भरने के नाम पर खुलेआम पानी की बर्बादी की जा रही है। गुरुवार को टाटानगर स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म स्थित पार्सल के निकट लगे नल से पानी नहीं आने से यात्री परेशान रहे। वही दूसरी ओर दो नंबर प्लेटफार्म पर लगी एक ट्रेन में पानी भरने के दौरान पाइप खुले होने के कारण रेलवे ट्रैक पर पानी बहता रहा मगर टैप को बंद करने वाला कोई नही दिखा। मालूम हो कि रेलवे में सबसे ज्यादा पानी की खपत वाशिंग लाइन में ट्रेनों की साफ-सफाई पर होती है। पानी की कम से कम खपत में ट्रेनों की सफाई हो सके इसके लिए रेलवे की ओर से हमेशा दिशा-निर्देश भी जारी किया जाता है। मगर स्टेशन पर लगे ट्रेन में पानी भरने के दौरान अक्सर कर्मचारी की चूक से पानी रेलवे ट्रैक पर गिरकर बर्बाद हो जाता है। इस ओर किसी अधिकारी के ध्यान नही जाने से कर्मचारी भी बेपरवाह होकर अपनी ड्यूटी करता रहता है। गुरुवार को स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर पाइप लाइन के मरम्मत कार्य को लेकर दिनभर नल में पानी नही आने के कारण यात्रियों को स्टॉल से पानी खरीद कर पीना पड़ा।