- शहर के कई एरिया में पंप की जरूरत लगातार बढ़ती गई

- कई पुराने एरिया में दो की जगह तीन लगाए गए पंप

- सप्लाई सिस्टम में प्रेशर की कमी और घर तक नहीं पहुंचने में आती थी परेशानी

- यारपुर, जक्कनपुर, कंकड़बाग टीवी टावर, चौधरी टोला, शेखपुरा, वार्ड पचास में लगे नए पंप

PATNA : पिछले पांच सालों में जिस तेजी से शहर की आबादी बढ़ी है। उस हिसाब से वाटर पंप की तादाद और कर्मी नहीं बढ़ पाए हैं। यह सच्चाई भी है कि ऐसे एरिया जहां पर वाटर पंप का दावा था कि उस एरिया में पीने के पानी की किल्लत नहीं हो सकती है। वैसे एरिया में सबसे अधिक पानी की किल्लत को देखते हुए वाटर बोर्ड ने अपने एक्सपर्ट टीम को फिल्ड में भेजा और पाया कि मोटर जितनी आबादी के लिए लगाया गया था उससे काफी अधिक लोग उसका यूज कर रहे हैं। इसलिए एरिया के कई घर तक पानी सहीं से नहीं पहुंच पा रहा है। वाटर बोर्ड एरिया से महज दो से तीन किमी की दूरी पर स्थित यारपुर, जक्कनपुर एरिया हो या फिर कंकड़बाग टीवी टावर, चौधरी टोला, शेखपुरा एरिया। वाटर बोर्ड के लिए यह बड़ी चुनौती थी कि पंप सहीं होने के बाद भी इस एरिया में सही से पानी नहीं पहुंच पा रहा था।

इंजीनियर की टीम ने कहा कि अब पंप प्रेशर नहीं झेल सकता है

वाटर बोर्ड के इंजीनियर विनोद तिवारी के नेतृत्व में टीम ने जब यारपुर, जक्कनपुर सहित अन्य एरिया की बढ़ती आबादी और सप्लाई सिस्टम की डिमांड को देखा तो बताया कि अब जिस यारपुर में दो पंप चलता था। वहां पर एक और बढ़ाने से परेशानी दूर हो सकती है। यही हाल जक्कनपुर में एक पंप बढ़ाया गया। कंकड़बाग टीवी टावर में दो पंप के अलावा एक और बढ़ाया गया। चौधरी टोला में दो पंप के अलावा एक और बढ़ाया गया, शेखपुरा में एक की जगह दो और पंप लगाया गया। इस तरह से इन एरिया में पानी के प्रेशर को कंट्रोल किया गया।

पंप बढ़ा तो पानी की मात्रा भी बढ़ती चली गई

जानकारी हो कि पांच साल पहले तक सिर्फ 70 पंप के सहारे ही वाटर बोर्ड का सप्लाई सिस्टम चलता था। लेकिन अब 102 सिर्फ वाटर बोर्ड का ही पंप लगा हुआ है। इसके अलावा बीआरजेपी की ओर से 30 नए पंप लगाए गए हैं। कुल मिलाकर 132 पंप के आसपास से अब शहर की सप्लाई सिस्टम को दुरुस्त करने का काम चल रहा है। एग्जीक्यूटिव ऑफिसर वाटर बोर्ड राजीव रंजन की माने तो इस तरह की परेशानी को देखते हुए अब कर्मियों को भी 24 आवर की सर्विस पर रोटेशन किया गया है ताकि किसी भी एरिया में जहां एक से अधिक पंप है वहां पर कर्मियों और आम नागरिक दोनों को किसी भी तरह की परेशानी न झेलनी पड़े।

इन एरिया में जल्द से जल्द लग जाना है पंप

कांग्रेस मैदान, लालजी टोला, शिवपुरी महेन्द्रू, चांदमारी रोड, तिवारी बेचर सेक्टर फ्, तुलसी मंडी, नून का चौराहा, मंगल तालाब- ख्, नौजर कटरा, कृष्णापुरी, शिवपुरी, गर्दनीबाग रोड नंबर क्भ्, चांदपुर बेला, दीघा

इन वार्ड में पंप लगेगा तब मिलेगा पानी

वार्ड नंबर - भ्7

वार्ड नंबर - म्फ्

वार्ड नंबर - म्ब्

कदमकुआं एरिया

इस एरिया के पंप पर लगातार बढ़ रहा है प्रेशर

एरिया - पंप की स्थिति

शिवपुरी - पानी कम देता है। कंकड़ एवं बालू आता है।

कृष्णापुरी - पानी कम देता है। कंकड़ एवं बालू आता है।

गर्दनीबाग रोड नंबर क्भ् - पानी कम देता है। पंप का चेम्बर धंस रहा है।

चांदपुर बेला - पानी कम देता है। बालू एवं कंकड़ आता है।

दीघा एएन कॉलेज - अपेक्षाकृत पानी कम देता है।

पटना सिटी सर्किल

मंगल तालाब - पानी कम देता है। बालू भी आता है।

नौजर कटरा - अपेक्षाकृत पानी कम देता है।

तुलसी मंडी - पानी कम देता है। बालू एवं कंकड़ आता है।

नून का चौराहा - अपेक्षाकृत पानी कम देता है।

बांकीपुर सर्किल

शिवपुरी महेंद्रू - पानी बहुत कम दे रहा है। पानी के साथ बालू अधिक मात्रा में आ रहा है।

कांग्रेस मैदान - अपेक्षाकृत पानी बहुत कम दे रहा है।

लालजी टोला - अपेक्षाकृत पानी बहुत कम दे रहा है।

छज्जू बाग - बंद है, धंस गया है।

कंकड़बाग सर्किल

तिवारी बेचर कंकड़बाग रोड नंबर ख् - पानी कम दे रहा है।

चांदमारी रोड - पानी बहुत कम दे राह है, बालू पत्थर भी दे रहा है।

सेक्टर फ्, बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी भूतनाथ रोड - पानी कम दे रहा है

पंप आबादी के हिसाब से ही लगाया जाता रहा है। जहां पंप की जितनी जरूरत है। उसका खाका खींचकर पटना नगर निगम को दे दिया गया है। अगर उन एरिया में पंप लग जाए तो फिर कम से कम परेशानी झेलनी पड़ेगी।

- राजीव रंजन, एग्जीक्यूटिव वाटर बोर्ड