स्लग: 1952-53 में गोंदा डैम से जो सप्लाई पाइपलाइन बिछी, वो अब तक नहीं बदली

-जर्जर व टूटी-फूटी पाइपलाइन से लोगों के घरों में पहुंच रहा दूषित पानी

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RANCHI (15 Dec): गोंदा डैम से वाटर सप्लाई के लिए 1952-53 में पाइप लाइन बिछाई गई थी और आज भी उसी पाइपलाइन से पेयजल व स्वच्छता विभाग शहर में जलापूर्ति कर रहा है। नतीजन, पाइपलाइन जगह-जगह फट चुकी है और उसके जरिए लोगों के घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है। इस दूषित पानी को कई बार लोग घर में फिल्टर कर पीने के लिए यूज कर रहे हैं, लेकिन बड़ी आबादी आज भी इसी दूषित पानी को पीने के लिए मजबूर है। नतीजन, लोगों की सेहत खराब हाे रही है।

जलमीनार की पाइप भी फटी

शहर के कांके रोड, रातू रोड, पिस्का मोड़, मोरहाबादी का कुछ इलाका, पहाड़ी मंदिर का इलाका, अपर बाजार के कुछ इलाके में जलमीनार की पाइप भी फ ट चुकी हैं। इससे गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। लोग इस गंदे पानी का उपयोग गाड़ी, बरतन या कपड़े धोने में कर रहे हैं।

कभी नहीं बदली पाइपलाइन

डैम की स्थापना होने से अब तक पाइप लाइन नहीं बदली गई है। लगभग 60 वर्ष होने के बावजूद आज तक इस पाइप को बदला नहीं गया है। इस कारण कई जगह पाइप फ ट जाने के कारण लोगों को गंदा पानी मिल रहा है।

सालाना जलमीनार की सफाई

साल में सिर्फ एक बार जलमीनार की सफ ाई हो पाती है। इस कारण पानी से बदबू आना लाजिमी है। लोग उक्त जलमीनार के पानी से वाहन धुलाई, कपड़ा धुलाई तथा बरतन धोने का काम ही करते हैं।

बॉक्स

55 किमी पाइप बिछाने का काम अधर में

गोंदा डैम से 55 किमी नई पाइपलाइन बिछानी है। कार्य प्रगति पर है। इसमें कहीं जमीन विवाद तो कहीं रोड क्लीयरेंस के कारण कार्य प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में यह काम पूरा भी नहीं हो पाया है। इसका खामियाजा राजधानी की जनता जल संकट के रूप में भुगत रही है। चार लाख नई आबादी व छूटे हुए मोहल्लों को जोड़ने के लिए मार्च 2010 में जवाहर लाल नेहरू अरबन मिशन जलापूर्ति योजना शुरू की गई थी। इसके पूर्ण होने का निर्धारित समय सितंबर 2012 था। 234 करोड़ की लागत वाली यह योजना कई तकनीकी खामियों के कारण अधर में लटकी हुई है।

वर्जन

कई साल से इस डैम की पाइप लाइन नहीं बदली गई है। प्रॉपर तरीके से सफाई भी नहीं होती है। इसलिए हमलोगों को गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ता है।

देवव्रत

गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। यह हर किसी की जानकारी में है। लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा है। आम आदमी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं।

गौतम

गंदा पानी पीने से बहुत तरह की परेशानी भी हो रही है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हमलोग कई बार शिकायत भी कर चुके हैं।

नगीना