-शहर में रोजाना बर्बाद हो जा रहा है हजारों लीटर पानी

-पाइप लाइन में गड़बड़ी, कार वॉशिंग के साथ ही घरों में बहा दिया जाता है पानी

GORAKHPUR: देश-दुनिया पानी की किल्लत से जूझ रही है। देश में ही कई जगह पानी के लिए हाय-तौबा मची है। शहर भी इस मामले में कहीं से पीछे नहीं है। यहां घर से लेकर प्राइवेट और सरकारी महकमों में जमकर पानी बर्बाद किया जाता है। टूटी पाइप लाइन हो या फिर खराब फिटिंग्स, आरओ सिस्टम हो या ऑटोमेटेड क्लीनिंग सभी तरीकों से पानी जमकर वेस्ट होता है। घर की बात करें तो नहाने से लेकर कपड़ा धोने और साफ-सफाई में भी हजारों लीटर पानी बर्बाद कर दिया जा रहा है। आजादी के बाद आबादी लगातार बढ़ने से संसाधनों की कमी होती जा रही है, जिसकी वजह से संकट गहराता जा रहा है। मगर लोग इसकी कोई फिक्र नहीं कर रहे हैं।

एक आदमी वेस्ट कर देता है 125 लीटर

135 लीटर पानी की लोगों को रोजाना जरूरत पड़ती है। इसमें अहम जरूरत यानी पीने और खाना बनाने में महज 10 लीटर पानी की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा बचा हुआ 125 लीटर पानी का एक बड़ा पार्ट वेस्ट होता है। नहाने के लिए 35 से 55 लीटर पानी का यूज करता है। यह वह लोग होते हैं, जो पहले बाल्टी भर लेते हैं और उसके बाद नहाते हैं। टैप ऑन कर नहाने वाले हजारों लीटर पानी बर्बाद करते हैं।

ब्रशिंग, शेविंग और टॉयलेट में भी वॉटर वेस्टेज काफी ज्यादा है। इसके साथ ही किचन में भी पानी का एक बड़ा पार्ट वेस्ट हो रहा है।

आरओ से 60 परसेंट बर्बादी

फ्रेश वॉटर पीने की चाह मे हजारों लोगों ने घरों में रिवर्स ऑसमॉसिस टेक्नीक पर बेस्ड वॉटर प्यूरिफायर लगवा रखे हैं। रिवर्स ऑसमॉसिस में जो वॉटर प्यूरिफाई होकर बाहर निकलता है, वह टोटल वॉटर का 40 परसेंट होता है। इस तरह प्यूरिफिकेशन के हर स्टेप में हम 60 परसेंट वॉटर को वेस्ट कर रहे हैं। गार्डनिंग के दौरान हम पानी का बड़ा हिस्सा वेस्ट कर रहे हैं। पाइप क्यारियों में डालकर अपने काम में लग जाते हैं। ऐसे में जरूरत से ज्यादा पानी वेस्ट होता रहता है, लेकिन किसी को भी इसकी फिक्र नहीं होती।

निगम भी बर्बाद कर रहा पानी

एक तरफ जहां हम रोजाना घरों में सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सड़कों पर भी रोजाना ढेरों पानी बह जा रहा है। इसमें नगर निगम प्रशासन की लापरवाही से टोटियां न लगने से पानी बर्बाद हो रहा है, तो वहीं गाडि़यों की धुलाई में भी हजारों लीटर पानी नालियों में बह जा रहा है। मॉल और दूसरे संस्थानों को बनाने में भी हम सैकड़ों लीटर ग्राउंड वॉटर बर्बाद कर दे रहे हैं।

कॉलिंग

रोजाना घरों में पानी बर्बाद करना मजबूरी है। कोशिश यही रहती है कि कम से कम पानी बर्बाद हो, लोगों को भी चाहिए कि जरूरत पड़ने पर ही पानी गिराएं।

- पारुल दुबे

शहर की सड़कों पर कई जगह ऐसे नल और बोरिंग देखने को मिल जाती है, जिसमें से बेवजह पानी बहता रहता है। इस पर कंट्रोल करने की जरूरत है। निगम को भी इसे तत्काल रिपेयर कराना चाहिए।

- श्रद्धा सिंह

गाडि़यों की धुलाई में हजारों लीटर पानी बर्बाद कर देते हैं। अगर इसे बेवजह बर्बाद करना बंद नहीं किया गया, तो एक दिन हमें भी पानी की किल्लत का सामना करना पड़ेगा।

- जवाहर प्रसाद

कई जगह टोटियां टूटी रहती है, लेकिन किसी को फिक्र नहीं होती है। वहीं हम आरओ के जरिए भी काफी पानी बर्बाद कर देते हैं। हमें इसका ख्याल रखना होगा। तभी पानी के संकट से बचा जा सकेगा।

- याशिका सिंह