- कहा, लोकसभा और यूपी में विधानसभा का हो चुनाव

- पूर्वाचल एक्सप्रेस वे का काम आगे नहीं बढ़ा सकी सरकार

LUCKNOW :

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के वन नेशन-वन इलेक्शन पर यूपी सरकार के प्रस्ताव पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा वन नेशन-वन इलेक्शन चाहती है तो लोकसभा चुनाव के साथ यूपी विधानसभा चुनाव भी करा दिए जाएं। हम इसके लिए तैयार हैं। दरअसल भाजपा के पास किसानों की समस्याएं, नौजवानों की बेरोजगारी और गरीबी के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए कई तरह के फॉर्मूले हैं। वन नेशन-वन इलेक्शन उसमें से एक है। विपक्ष होने के बावजूद वन नेशन-वन इलेक्शन के प्रस्ताव पर तो किसी ने हमसे कोई बातचीत नहीं की।

किसानों के हित में दी थी जमीन

वहीं नोएडा में फूड पार्क के मामले पर उन्होंने कहा कि किसानों के हित में ही नोएडा में फूड पार्क के लिए जमींन दी थी। कृषि विकास के साथ रोजगार के अवसर इससे पैदा होते है। वहीं योगी सरकार द्वारा पूर्वाचल एक्सप्रेस वे की बिडिंग एक बार फिर रद करने पर बोले कि इस सरकार ने सिर्फ एक्सप्रेस वे नाम से समाजवादी शब्द हटाने के अलावा कोई काम नहीं किया। सारा काम हमारी सरकार ने किया था। एलाइनमेंट वही है, टेक्निकल चीजें सब वही हैं। जमीन हमने खरीदी थी, शिलान्यास हमने किया था फिर भी यह सरकार 17 महीनों में उसका काम आगे नहीं बढ़ा पाई। यह केवल शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन करने वाली सरकार है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा गन्ना किसानों को दिए गए पैकेज को नाकाफी बताते हुए बोले कि किसानों का बकाया बहुत ज्यादा है और इस पैकेज से कुछ नहीं होने वाला है। जब हम गन्ना किसानों के बकाया पूछते हैं तो प्रदेश की सरकार भुगतान के बारे में बताती है।

क्षेत्रीय दलों के पास संसाधन नहीं

अखिलेश ने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए राष्ट्रीय पार्टियों के पास तो तमाम साधन और संसाधन तथा मैनेजमेंट है। क्षेत्रीय पार्टियों के पास इतने साधन, संसाधन नहीं हैं कि एक-साथ सारे चुनाव लड़ पाए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आधार को वोटर लिस्ट से लिंक किया जाना चाहिए, जब आधार को सभी सुविधाओं से जोड़ दिया गया है तो उसे वोटर लिस्ट से भी लिंक किया जाए। आधार के द्वारा सभी जातियों की गिनती करा ली जाए और उन्हें उनकी जनसंख्या के अनुपात में सम्मान ि1दया जाए।

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जयंत चौधरी से मिले

वहीं शाम को अखिलेश ने जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कैराना उपचुनाव चौधरी चरण सिंह की विरासत का चुनाव था। वहीं सीटों के बंटवारे को लेकर पूछे जाने पर बोले कि इसे लेकर आप हमारा झगड़ा मत कराओ। कोई कुछ भी कोशिश कर लें, अब हम नहीं टूटेंगे। इस दौरान कैराना से नवनिर्वाचित सांसद तबस्सुम हसन और नूरपुर से नवनिर्वाचित विधायक नईमुल हसन भी उपस्थित थे।