बुधवार को दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने बताया कि 16वीं लोकसभा के चुनावों के साथ आंध्र प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम के विधानसभा चुनाव भी होंगे.

मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने बताया कि सभी वोटों की गिनती 16 मई होगी.

आयोग के अनुसार इस बार के आम चुनावों में 81 करोड़ से ज़्यादा मतदाता हैं. पिछले आम चुनावों के मुक़ाबले इस बार मतदाताओं की संख्या 10 करोड़ ज़्यादा है.

उन्होंने बताया कि भारत के पहले आम चुनावों में 17.6 करोड़ मतदाता थे.

संपत ने बताया कि आम चुनावों के लिए देश भर में नौ लाख तीस हजार मतदान केंद्र बनाए जाएंगे जबकि पिछले आम चुनावों में इनकी संख्या आख लाख तीस हजार थी. इस तरह मतदान केंद्रों की संख्या में 12 प्रतिशत की वृद्धि की गई है.

चुनाव आयुक्त एचएस ब्रहमा ने कहा कि बाहुबल को नियंत्रित कर लिया गया है, अब धनबल को काबू करना बड़ी चुनौती है.

कब कब होंगे चुनाव

7 अप्रैल    दो राज्य,    6 निर्वाचन क्षेत्र    

9 अप्रैल    पांच राज्य,    7 निर्वाचन क्षेत्र    

10 अप्रैल    14 राज्य,    92 निर्वाचन क्षेत्र    

12 अप्रैल     3 राज्य,    5 निर्वाचन क्षेत्र    

17 अप्रैल    13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश,    122 निर्वाचन क्षेत्र    

24 अप्रैल    12 राज्य,    117 निर्वाचन क्षेत्र    

30 अप्रैल    9 राज्य,    89 निर्वाचन क्षेत्र    

7 मई    7 राज्य,    64 निर्वाचन क्षेत्र    

12 मई    3 राज्य,    41 निर्वाचन क्षेत्र    

चुनाव आयुक्त ने बताया कि लोकसभा चुनाव में एक उम्मीदवार चुनाव प्रचार पर 70 लाख ख़र्च कर सकता है जबकि पहले ये सीमा 40 लाख तक थी.

मीडिया मॉनिटरिंग

चुनाव आयुक्त से प्रेस कांफ्रेस में चुनावी ख़र्च में काले धन के इस्तेमाल को लेकर बार बार सवाल पूछे गए जिन पर उन्होंने कड़ी नजर रखने का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि इसके लिए उड़ान दस्ते तैयार किए जाएंगे. संपत के अनुसार चुनाव के दौरान चेक पोस्ट पर ख़ास तौर से नज़र रखी जाएगी. इसके अलावा उन्होंने मीडिया मॉनिटरिंग भी की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि पेड न्यूज के मामलों से भी निपटा जाएगा. देश के नक्सल प्रभावित इलाक़ों के बारे में पूछे गए सवालों पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ऐसे सभी इलाकों में एक ही दिन मतदान कराया जाएगा.

चुनाव की देख रेख के लिए 1.1 करोड़ सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे.

उन्होंने बताया कि मतदाता सूचियों में जिन लोगों के नाम नहीं हैं, वो नौ 9 मार्च को अपने नाम उसमें जुड़वा सकते हैं.

उन्होंने बताया कि आम चुनावों में पहली बार नोटा का इस्तेमाल होगा. किसी भी उम्मीदवार को पसंद न करने का विकल्प देने वाले वोटिंग मशीन के इस बटन का इस्तेमाल हालिया विधानसभा चुनावों में पहली बार किया गया था.

चुनाव आचार संहिता लागू

उन्होंने बताया कि बुधवार को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है.

उन्होंने कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे, इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं.

भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में 543 सीटे हैं और सरकार के गठन के लिए किसी दल या गठबंधन को कम से कम 272 सांसदों का समर्थन होना चाहिए.

सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के अलावा कई अन्य क्षेत्रीय पार्टियां भी अपनी किस्मत आज़माएंगी.

हाल ही में समाजवादी पार्टी, जनता दल (यू), सीपीआईएम जैसे 11 प्रांतीय दलों ने एक तीसरे मोर्चे का गठन किया है.

दिसंबर 2013 में दिल्ली में बढ़िया प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) भी लोकसभा चुनावों में कूद चुकी है और उसने 20 से ज़्यादा उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है.

बाहुबल काबू किया,अब धनबल चुनौती: चुनाव आयोग

भारतीय जनता पार्टी पहले ही प्रधानमंत्री पद के लिए गुजरात के मुख्य मंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की घोषणा कर चुकी है और पिछले साल से अब तक मोदी कई शहरों में चुनावी रैलियां कर चुके हैं.

कांग्रेस ने हालांकि अब तक इस पद के लिए किसी को भी नामांकित नहीं किया है लेकिन पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हाथ में हैं और वे भी लगातार रैलियां संबोधित कर रहे हैं.

International News inextlive from World News Desk