मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्राओं को शांत किया। रिजल्ट के मामले में स्कूल प्रशासन द्वारा निकाले गए बीच के रास्ते से भी अधिकतर छात्राएं नाखुश दिखी।

क्या है मामला?
शनिवार को आरजी इंटर कॉलेज की ग्यारहवीं कक्षा की छात्राओं का रिजल्ट मिला। रिजल्ट मिलने से छात्राएं उस वक्त भौचक्की रह गई, जब प्रैक्टिकल सहित अधिकतर विषयों में छात्राओं को फेल कर दिया गया था। छात्राओं का आरोप है कि जो छात्राएं स्कूल की शिक्षिकाओं से ट्यूशन नहीं पढ़ी, उन्हें फेल कर दिया गया। स्कूल की 90 फीसदी छात्राओं को स्कूल प्रशासन ने फेल कर दिया है।

सोमवार को क्या हुआ
छात्राएं सोमवार को अपने पेरेंट्स के साथ स्कूल पहुंची। सभी छात्राओं ने पास करने की जिद को लेकर स्कूल परिसर में जमकर हंगामा मचाया। छात्राओं ने स्कूल में रखे गमले तोड़ दिए। कुर्सियों और बेंच को भी छात्राओं ने नहीं बख्शा। इस बीच कई छात्राएं बेहोश भी हुईं।

मौके पर पहुंचे अधिकारी
छात्राओं को उग्र होते देख स्कूल प्रशासन ने डीआईओएस समेत पुलिस अधिकारियों को भी फोन कर दिया। मौके पर एसपी सिटी ओपी सिंह और भारी संख्या में महिला पुलिस बल भी पहुंच गया। वहीं दूसरे स्कूलों के प्रिंसीपल और कई नेता भी मौके पर पहुंचे।

क्या निकला नतीजा
स्कूल प्रशासन ने कई स्कूलों के प्रिंसीपल और पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर बीच का फैसला सुनाया। जिसके अनुसार दो विषय तक फेल छात्राओं को कुल मिलाकर 20 नंबर तक का ग्रेड दिया जाएगा। वहीं इससे अधिक विषय में फेल छात्राओं की 20 से 27 जून तक पुन: परीक्षा कराई जाएगी। इस परीक्षा के पेपर बाहर से मंगाए जाएंगे, साथ ही कॉपियां भी बाहर ही चेक होंगी। अधिकतर छात्राएं इस फैसले से नाखुश दिखी। छात्राओं का कहना है कि जिन्हें जानबूझकर कई परीक्षा में फेल कर दिया गया है वो कैसे दोबारा परीक्षा देंगी।

स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप
रिजल्ट देखने से पता चला है कि कई छात्राएं हिन्दी में फेल हैं और उसमें ग्रेड भी नहीं मिलता है। इसके बावजूद छात्राओं को रिजल्ट में पास घोषित कर दिया गया है। कई रिजल्ट में तो अंक जोडऩे में ही बड़ी गलतियां की गई हैं। तीनों टर्म के एग्जाम और प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक को जब जोडक़र देखा गया तो वो रिजल्ट में दिए गए अंक से ज्यादा निकले। वहीं एक रिजल्ट में एकाउंटस विषय में कम पड़ रहे चार नंबरों को स्कूल प्रशासन ने बढ़ा दिया और छात्रा को पास कर दिया गया।

मैं आर्ट साइड की स्टूडेंट हूं और दो विषय में फेल हूं। दोबारा परीक्षा का फैसला सरासर गलत है। हम पेपर नहीं देंगे
- हेमा, कक्षा ग्यारह आर्ट स्ट्रीम

मैं आर्ट स्ट्रीम की स्टूडेंट हूं। 20 अंक का ग्रेड कोई कैसे ले सकता है। अगर उसके रिजल्ट में आए नंबर ही 30 या उससे कम हैं। नंबरों की गड़बड़ी स्कूल प्रशासन ने की है। दोबारा पेपर नहीं देंगे।
- शीतल, कक्षा ग्यारह, आर्ट स्ट्रीम

मुझे दो विषय में फेल किया गया है। मेरे दोनों विषय में आए नंबर इतने नहीं हैं कि मैं ग्रेड से पास हो जाऊं। स्कूल प्रशासन की गलती के कारण मैं दोबारा परीक्षा क्यों?
- सोनम, कक्षा ग्यारह, कॉमर्स स्ट्रीम

मुझे तीन विषय में फेल किया है। ऐसे में मुझे स्कूल प्रशासन की गलती के कारण दोबारा परीक्षा देनी होगी, पर क्यों?
- सना, कक्षा ग्यारह, आर्ट स्ट्रीम

हमने दोनों ओर की बातें सुनी हैं। छात्राओं के हित को देखते हुए ही स्कूल प्रशासन ने बीच का रास्ता निकाला है। जिससे उम्मीद है कि छात्राओं की परेशानी हल हो जाएगी।
- ओपी सिंह, एसपी सिटी

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