- मानसूनी बारिश दून से लेकर पहाड़ तक ढा रही कहर

- तहसीलदारों को दिये गए हैं नुकसान की रिपोर्ट देने के निर्देश

नुकसान के आंकड़े

9 लोग गंवा चुके जान

20 आवासीय भवन क्षतिग्रस्त

19 मार्ग बंद

23 इलाकों में जलभराव

देहरादून।

मानसूनी बारिश ने इस बार दून में जमकर कहर बरपाया है। भारी बारिश के चलते हुए हादसों में अब तक दून के 9 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं 20 आवासीय भवन भी बारिश की भेंट चढ़ चुके हैं। दून में 19 जगह लैंड स्लाइड के कारण अभी भी मार्ग बंद हैं। बारिश का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा ऐसे में शहर में जनजीवन अस्त व्यस्त है।

ये हुआ नुकसान

आपदा कंट्रोल रूम से मिले आंकड़ों के मुताबिक 18 जून से अब तक भारी बारिश के चलते हुए हादसों में 9 मारे जा चुके हैं। शहर में सड़कों के किनारे 60 पेड़ धराशायी हुए। जबकि 23 इलाकों में जलभराव के कारण जन जीवन प्रभावित हुआ है।

तहसीलदारों से रिपोर्ट तलब

लगातार बारिश के कारण हो रही तबाही को लेकर एडीएम (एफआर) की ओर से सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने इलाकों में नुकसान का जायजा लें। इलाकों का दौरा करें और नुकासान की रिपोर्ट तैयार की जाए।

ये सड़क मार्ग हैं बंद

लंबीधार-किमाड़ी-दून

चामासारी-मझाड़ा

सहस्त्रधारा-चामासारी

छमरौली-सरोना

गट्टीखोला-गजियावाला

कालसी-चकराता

बिजऊ-क्वैथा-खतार

हरिपुर- इच्छाड़ी-क्वानू मीनस

समबरजैंस रोड

हैया-अलसी

सकनी-पंजिया

नरया-लोरली

कोरूवा-क्वारना

सैंसा-पणासया

अपर-कुल्हा

सौडा-सरोली

चकराता-लाखामंडल

ब्रह्मापुरी वार्ड नंबर 42 बिंदाल नदी के किनारे वाली रोड

गौहरीमाफी से रायवाला ग्राम एवं टिहरी फार्म तक की रोड

ब्रह्मपुरी वार्ड में भूमि का कटाव

बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण ब्रहमपुरी वार्ड के राजीव नगर क्षेत्र में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण भूमि कटाव हुआ है। कटाव के चलते कई मकानों में दरार आ गई है, जबकि दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। लगातार हो रहे भूमि कटाव के कारण और मकान भी खतरे की जद में हैं। गुरुवार को प्रभावित इलाके का निवर्तमान मेयर विनोद चमोली ने दौरा किया और सिंचाई विभाग को भूमि-कटाव रोकने के लिए जाल लगाने के निर्देश दिए हैं। पूर्व विधायक राजकुमार ने रिस्पना और बिंदाल नदी से सटे इलाकों में नुकसान का जायजा लिया। बारिश के कारण दोनों इलाकों के कई घरों में पानी घुस गया था। इसके कारण लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।