- लो प्रेशर सिस्टम क्रिएट, बर्फीली हवाओं के साथ बरसात की भी बनीं संभावना

- यात्रा के समय बरतें सतर्कता, कम होगी विलिबिलिटी

<- लो प्रेशर सिस्टम क्रिएट, बर्फीली हवाओं के साथ बरसात की भी बनीं संभावना

- यात्रा के समय बरतें सतर्कता, कम होगी विलिबिलिटी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: शनिवार की सुबह जब लोग नींद से जागे तो बाहर का नजारा चौंकाने वाला था। वजह मौसम यू टर्न ले चुका था। आसमान पर बादल छाए थे और मद्धम मद्धम ठंडी बयार लोगों को ठिठुरन का एहसास करा रही थी। यह माहौल दिनभर नहीं बदला। पूरे समय सूरज बादलों में ही छिपा रहा।

शाम और रात में बढ़ी गलन

उधर, शाम और रात में गलन बढ़ गई। ठंड ने छह बजे के बाद सफर करने वालों को कंपकंपी का एहसास कराया। खासकर रात के समय अपने घरों की ओर रवाना हुए लोगों के लिए मौसम कुछ ज्यादा ही कष्टकारी रहा। इससे पहले सुबह के समय स्कूल गए बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत उठानी पड़ी और उनके पैरेंट्स भी इसे लेकर चिंतित रहे।

काफी तगड़ा है विक्षोभ

मौसम के अचानक से पलटी मारने की बावत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में ज्योग्राफी डिपार्टमेंट के एक्स। हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रोफेसर बीएन मिश्र से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात का असर है जो आन्ध्र महासागर से उठा है और इराक, इरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान होते हुए उत्तर पश्चिमी हिमालय पर पहुंचा। वहां बर्फबारी के चलते विस्थापित होकर मैदानी इलाकों की ओर आई हवाओं ने मौसम को पलटकर कर रख दिया। उन्होंने कहा कि करेंट में पछुआ विक्षोभ काफी घना है। जिसके चलते बरसात भी हो सकती है।

अगले ब्8 घंटे यूं ही

प्रो। मिश्रा ने कहा कि अगर बरसात हुई तो वायुमंडल में नमी के चलते बर्फीली हवाएं भी बहना शुरू होंगी। प्रो। मिश्र ने कहा कि अगले कुछ दिनों में मौसम के हालात हिल स्टेशनों पर होने वाली बर्फबारी पर भी निर्भर करेंगे। प्रो। मिश्रा की बात से सहमति जताते हुए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में वायुमंडलीय एवं समुद्रीय विज्ञान विभाग के डॉ। सुनीत द्विवेदी ने कहा कि अगले ब्8 घंटे तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा। उन्होंने इसके पीछे वेस्टर्न डिस्टर्बेस को जिम्मेदार बताया।

नार्मल से नीचे चल रहा टेम्परेचर

डॉ। द्विवेदी ने कहा कि लो प्रेशर सिस्टम क्रिएट हो गया है। राजस्थान और गुजरात जैसी जगहों को छोड़ दें तो पूरे भारत में आसमान पर बादल छा गए हैं। ऐसे में बारिश की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि सुबह के समय दो सौ मीटर से कम विजिबिलिटी रहेगी। ऐसे में यातयात के साधनों का इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि ऐसे समय हादसों की संभावना सबसे ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि यदि बारिश नहीं हुई तो सुबह और रात के समय कोहरा देखने को मिलेगा। डॉ। द्विवेदी ने बताया कि करेंट में टेम्परेचर नार्मल से दो से चार डिग्री कम चल रहा है अभी इसके और नीचे जाने की पूरी संभावना है।

बदलाव से गर्म हुआ कपड़ों का बाजार

मौसम में आए बदलाव ने गर्म कपड़ों का बाजार भी गर्मा दिया है। दोपहर के समय बाजार और मॉल में गर्म कपड़े खरीदने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। ऐसे में दुकानदारों की भी चांदी रही और कपड़ों के दाम आसमान छूते रहे। लोगों के बीच जैकेट, कोट, स्वेटर और टोपी की सबसे ज्यादा डिमांड रही। चौक, कोठापारचा, कटरा, सिविल लाइंस जैसे बाजारों की रौनक देखने को मिली।