लगातार 36 घंटों से राजधानी में हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त

राजधानी के अधिकतर इलाकों में जलभराव से हालात बद से बदतर

नगर निगम कंट्रोल रूम से लेकर जिला आपदा कंट्रोल रूम में घनघनाते रहे फोन

देहरादून,

करीब 36 घंटों से राजधानी में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर के अधिकतर इलाकों में जलभराव से हालात बदतर हो गए हैं। नगर निगम कंट्रोल रूम से लेकर जिला आपदा कंट्रोल रूम में दिन भर बारिश से परेशान लोग मदद के लिए फोन करते रहे। इधर अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए डीएम एसए मुरूगेशन ने सोमवार को स्कूलों में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है।

जगह-जगह जलभराव

राजधानी में संडे को बाढ़ जैसे हालात बन गये। हर तरफ पानी ही पानी नजर आया। जीएमएस रोड, गांधी रोड, प्रिंस चौक, इंजीनियर्स एन्क्लेव, आईएसबीटी, नेहरू ग्राम, सीमा द्वार, जागृति विहार, टर्नर रोड आदि कई इलाकों में बारिश के पानी से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। आईएसबीटी इलाके में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानियां हुई। पानी के बहाव और बडे़ गड्ढे में ई रिक्शा समेत कई वाहन पलट गए।

संडे होने के कारण हालांकि कई लोगों ने बारिश में घरों में ही रहने में भलाई समझी, लेकिन कई लोग अपने जरूरी कामकाज को निपटाने सड़कों पर भी निकले।

कहां क्या हुआ

-प्रीतम रोड डालनवाला में पेड़ गिरा।

-जाखन में पुलिस चौकी के पास पेड़ गिरा।

-लोअर नेहरुग्राम में कई घरों में जलभराव।

-दुधली रोड पर पेड़ गिरा, मार्ग अवरुद्ध।

-हाथीबड़कला चौकी के पास पेड़ गिरा।

-पूर्व सीएम हरीश रावत के घर के पास पुश्ता गिरा।

-हरिद्वार रोड मोहकमपुर के पास जलभराव।

-जागृति बिहार में भी जल भराव की स्थिति।

-हरिद्वार रोड सारथी बिहार में पुश्ता ढहा।

घनघनाते रहे फोन

लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के तमाम इलाकों में पानी ही पानी नजर आया। नगर निगम कंट्रोल रूम से लेकर जिला आपदा कंट्रोल रूम में दिन भर बारिश से परेशान व हताश लोग मदद के लिए कंट्रोल रूम तक अपनी शिकायत करते रहे। नगर निगम कंट्रोल रूम में सुबह से लेकर शाम तक दून के तमाम इलाकों से फोन कॉल्स आने का सिलसिला जारी रहा। निगम का कंट्रोल रूम का नाम 18001804153 है। जबकि जिला आपदा कंट्रोल रूम का नाम 1070 पर भी दून से लेकर चकराता, कालसी, त्यूणी तक दिनभर फोन कॉल्स आते रहे।

नहीं मिली मदद

लोअर नेहरू ग्राम में लोग सबसे ज्यादा परेशान रहे। जिला आपदा से लेकर नगर निगम कंट्रोल रूम तक मदद के लिए फोन करते रहे। स्थानीय निवासी सुनीत पंत ने बताया कि उन्होंने कई बार फोन कर दिया। कई घर जलमग्न हो गए हैं। रायपुर से पुलिस तो पहुंची, लेकिन आपदा व निगम कंट्रोल रूम से कोई मदद नहीं मिल पाई। नगर निगम कंट्रोल रूम ने बताया कि उक्त इलाका निगम क्षेत्र में न होने के कारण निगम की टीम वहां नहीं जा सकती है।