- दो दिन में बारिश के चलते हुए हादसों में 10 लोगों की मौत

- टिहरी में मकान धंसने से हुई थी 7 लोगों की मौत

- चमोली घाट ब्लॉक के फरखेत गांव में मकान ढहने से दो लोगों की हुई थी मौत

देहरादून : पहाड़ी जिलों में भी बारिश से तबाही जारी है। गुरुवार को चमोली की थराली तहसील में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसी के साथ बारिश के कहर से दो दिन में मरने वालों की संख्या दस पहुंच गई है। गौरीकुंड के पास केदारनाथ हाईवे का बीस मीटर भाग भूस्खलन की भेंट चढ़ गया है। बदरीनाथ के पास लामबगड़ में मलबा आने से यातायात ठप है। हरिद्वार में गंगा फिर से खतरे के निशान के करीब बह रही है।

मवेशी चुगाने गया था व्यक्ति

चमोली जिले के थराली तहसील के रतगांव निवासी मोहन सिंह फर्सवाण मवेशियों को लेकर जंगल गए थे। ग्रामीणों के अनुसार दोपहर बाद एकाएक तेज गड़गड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली गिरी और मोहन बुरी तरह से झ़ुलस गया। साथी लोग कुछ करते इससे पहले ही उनकी मौत हो गई। इसके अलावा चमोली जिले की ही घाट तहसील में गोशाला ध्वस्त होने से कई भेड़-बकरियां दबने की सूचना है।

यहां भी बदहाली

- प्रदेश भर की 150 सड़कें मलबा आने से प्रभावित।

- उत्तरकाशी में वरुणावत पर्वत से रुक-रुक कर लैंड स्लाइड जारी।

- केदारनाथ हाईवे फाटा के पास धंसा।

- गढ़वाल में पिंडर ,मंदाकिनी और अलकनंदा नदियां उफान पर।

- कुमाऊं में सरयू, शारदा और गोरी नदियों का जलस्तर बेकाबू।

बागेश्वर में 9 मकान क्षतिग्रस्त

कुमाऊं के बागेश्वर जिले में बारिश से 9 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वही बघर में अतिवृष्टि से चार मवेशियों की मौत भी हो गई। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तहसील का मदकोट कस्बा पिछले 48 घंटे से अंधेरे में डूबा है।

कोट गांव में 22 परिवारों ने छोड़े घर

बुधवार को टिहरी जिले के कोट गांव में दो मकानों में सात लोगों के जिंदा दफन होने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। खतरे की जद में आए मकानों में रह रहे 22 परिवारों के प्रशासन ने घर खाली करा दिए हैं। इन लोगों को गांव के ही अन्य घरों में ठहराया गया है।

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शनिवार व रविवार को भारी बारिश

प्रदेश में शुक्रवार को मौसम भले ही सामान्य रहेगा, लेकिन शनिवार से यह और तल्ख हो सकता है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक शनिवार और रविवार को पूरे प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। मौसम की चेतावनी के मद्देनजर शासन ने भी सभी जिलाधिकारियों को सतर्क कर दिया है।