- मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें, हॉस्पिटल में लगने लगी मरीजों की लंबी लाइन

- दिल और फेफड़े के मरीजों की जान की दुश्मन बनी कड़ाके की ठंड

ALLAHABAD: ठंड चरम पर है। लगातार तापमान पांच डिग्री के आसपास चल रहा है। ऐसे में दिल और फेफड़े के मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भीषण ठंड के चलते उनका खुली हवा में सांस लेना दूभर होता जा रहा है। आंकड़ों पर जाएं तो पिछले दो सप्ताह में ऐसे मरीजों की संख्या दो से तीन गुनी हो गई है। डॉक्टर्स के मुताबिक लगातार कोहरा और बारिश उनके लिए जानलेवा साबित हो रहा है।

कम न होने दें शरीर की गर्मी

जिस तरह से तापमान गिरता जा रहा है उसको देखते हुए डॉक्टरों ने दिल के मरीजों को अपनी शरीर की गर्मी को सहेजकर रखने की सलाह दी है। बता दें कि पिछले दो सप्ताह में तापमान तीन बार चार डिग्री तक पहुंच चुका है। ऐसे में दिल के मरीजों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। उदाहरण के तौर पर एसआरएन हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के वार्ड के सभी बेड मरीजों से भर गए हैं। ओपीडी भी पहले से दोगुनी हो गई है। डॉक्टर्स का कहना है कि दिल के मरीजों को इस मौसम में गर्म चीजों का सेवन करना चाहिए। अगर सीने में दर्द की शिकायत हो तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

अगर सांस लेने का अहसास होने लगे

इसी तरह फेफड़े के मरीजों को भी इस मौसम में प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। लगातार घना कोहरा होने से सांस के मरीजों ने अधिक संख्या में हॉस्पिटल की ओपीडी में दस्तक देनी शुरू कर दी है। डॉक्टर्स का कहना है कि आमतौर पर हम सांस लेते हैं लेकिन इसका अहसास नहंी होता। इसके उलट अगर सांस लेने का अहसास होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सांस का फूलना, दम घुटना, सीने में दर्द होना आदि लक्षण इस मौसम में आम होते जा रहे हैं। अधिक स्मोकिंग करने वालों को भी ठंड में परेशानी हो रही है।

बारिश बढ़ा सकती है मुसीबत

गुरुवार से शुरू हुई बारिश मरीजों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है.अगर कुछ दिनों लगातार बारिश होती रही तो दिल और फेफड़े के मरीजों को गलन का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इन मरीजों को बारिश में भीगने से बचना होगा। इस मौसम में कोल्ड स्ट्रोक की संभावना भी बढ़ गई है। दिल और फेफड़े के मरीजों के लिए यह स्थिति अधिक खतरनाक हो सकती है।

गिरते पारे में लापरवाही कतई न करें। पूरे बदन के कपड़े पहनें और गर्म चीजों का सेवन करें। मॉर्निग में जल्दी उठने के बजाय धूप निकलने का इंतजार करें। खाना खाने के बाद टहलना नुकसानदायक है।

डॉ। ओपी त्रिपाठी, सीनियर फिजीशियन

पिछले एक सप्ताह से लगातार पड़ रहा कोहरा सांस के मरीजों को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। बहुत से लोगों ने लगातार खांसी आने और सांस फूलने की शिकायत की है। ऐसे मरीजों को ठंड में निकलने से बचना चाहिए।

डॉ। आशुतोष गुप्ता, टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट