उल्टी और दस्त से परेशान हो रहे बच्चे, डॉक्टरों के यहां लगी है भीड़

तापमान में उतार-चढ़ाव है मेन वजह, ठीक होने में लग रही है देर

ALLAHABAD: मौसम में बदलाव बच्चों पर कहर बनकर टूट रहा है। ठंड से गर्मी की ओर बढ़ रहे मौसम के दिन और रात के बीच तापमान का उतार-चढ़ाव समस्या की जड़ बना हुआ है। इसकी वजह से बच्चे उल्टी-दस्त का शिकार हो रहे हैं। डॉक्टरों की क्लीनिक में भी मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं। उनका कहना है कि मौसम में बदलाव से पाचन क्षमता कमजोर हो रही है और इंफेक्शन के चांसेज बढ़ रहे हैं।

सेहत पर अचानक होता है अटैक

यह मौसम दस साल तक के बच्चों पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है। उनको अचानक उल्टी-दस्त की शिकायत हो रही है। हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस पाचन क्षमता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उनका अटैक इतना तेज है कि बच्चों को पानी पचाने में भी दिक्तत आ रही है। डॉक्टरों की ओपीडी में मौसमी बीमारी से ग्रसित बच्चों की संख्या 20 से 30 फीसदी तक पहुंच रही है।

मौसम स्टेबल होने का इंतजार

फिलहाल दिन और रात के तापमान में दोगुने का अंतर है। उदाहरण के तौर पर शनिवार को दिन का तापमान 26 डिग्री और रात का 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह हालात लगातार बने हुए हैं। होली तक यही स्थिति बनी रह सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक तापमान के बीच का अंतर कम नही होगा, बच्चों के लिए दिक्कत बनी रहेगी। इस मौसम में पैरेंट्स को बच्चों की सेहत पर विशेष नजर रखनी होगी।

यह न करें

-बाजार में बिकने वाली खुली चीजों से दूरी बनाए रखें।

-उल्टी-दस्त होने पर ओआरएस का घोल दें और डॉक्टर को दिखाएं।

-झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक में मत जाएं।

-बार-बार उल्टी-दस्त होने पर घबराने की जरूरत नहीं। नियमित दवा कराएं।

-खुले फल और जंक फूड से बच्चों को बचाकर रखें।

लक्षण

-पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी-दस्त, दस्त में तेज बदबू, अपच और बदन दर्द

तापमान में अंतर से यह स्थिति बनी हुई है। बच्चों की पचाने की क्षमता प्रभावित हुई है और इंफेक्शन के चलते उनको उल्टी-दस्त हो रही है। ऐसे में बच्चों की सेहत का ख्याल रखें। अगर उनकी तबियत खराब हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

-डॉ। मनीष चौरसिया, बाल रोग विशेषज्ञ

बच्चों को ताजा भोजन और साफ पेयजल दीजिए। बाजार की खुली चीजों के साथ सस्ती पैकेट बंद चीजों से दूरी बनाकर रखें। खानपान की चीजें सफाई से बनाएं।

-डॉ। आनंद सिंह, फिजीशियन